पिंपरी में राष्ट्रवादी और शिवसेना कार्यकर्ताओं में घमासान

पूर्व उपमहापौर और उनके कार्यकर्ताओं से भी मारपीट
पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – तीनों विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में ‘वन टू वन’ फाइट रहने के बावजूद अब तक शांतिपूर्ण माहौल में चल रहे विधानसभा चुनाव के दौरान आखिरी दौर यानी मतदान के दिन अनुचित घटना का दाग लग ही गया। सोमवार को मतदान के दिन पिंपरी विधानसभा क्षेत्र के पिंपरी कैम्प इलाके में फर्जी मतदान के मुद्दे पर राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना के कार्यकर्ताओं के बीच भारी घमासान मचा। दोनों गुटों के बीच हुई मारपीट में शिवसेना के मौजूदा विधायक गौतम चाबुकस्वार गुट के चार लोग घायल हुए हैं। इनमें से दो की हालत गंभीर है। वहीं इस झड़प में भूतपूर्व उपमहापौर व राष्ट्रवादी कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक डब्बू आसवानी, उनके भाई व कार्यकर्ताओं के साथ भी मारपीट किये जाने की खबर है। देर शाम तक इस घटना को प्राथमिकी दर्ज करने का काम चलता रहा।
आज सुबह साढ़े सात बजे से विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू हुआ। पिंपरी चिंचवड़ शहर में शामिल पिंपरी, चिंचवड़ और भोसरी विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में दोपहर 12 बजे तक शांतिपूर्ण तरीके से मतदान की प्रक्रिया शुरू थी। हालांकि सुबह 10 बजे से ही पिंपरी विधानसभा चुनाव क्षेत्र के पिंपरी कैम्प और पिंपरी गांव इलाके में तनाव की स्थिति थी। असल में शिवसेना के प्रत्याशी विधायक एड गौतम चाबुकस्वार और उनके कार्यकर्ताओं ने फर्जी मतदान की कोशिश में कुछ लोगों को पकड़कर पुलिस के हवाले किया। राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा फर्जी मतदान कराया जा रहा है यह आरोप भी शिवसेना ने लगाया। हालांकि पिंपरी पुलिस ने इससे इनकार किया है। पिंपरी थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक शंकर बाबर ने कहा कि पुलिस ने फर्जी मतदान के शक में कुछ लोगों को हिरासत में लिया, मगर पूछताछ में वैसा कुछ नहीं पाया गया। अलबत्ता उन्होंने यह भी कहा कि अभी कुछ लोगों से पूछताछ जारी है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस द्वारा फर्जी मतदान कराया जा रहा है और इसके पीछे राष्ट्रवादी के वरिष्ठ नगरसेवक डब्बू आसवानी और उनकी टीम है। इस शक में शिवसेना के कार्यकर्ता राष्ट्रवादी के बूथों पर नजर रखने के इरादे से पिंपरी कैम्प इलाके में चक्कर लगा रहे थे। इसी दौरान वे शनि मंदिर के सामने आसवानी के घर के सामने वाले बूथ के पास से गुजरे। यहां दोनों गुटों के बीच झड़प हुई। शिवसेना कार्यकर्ताओं के गुट ने आसवानी, उनके भाई और कुछ कार्यकर्ताओं से मारपीट की। जवाब में आसवानी गुट ने भी उनपर हमला कर दिया। इस झड़प में तेजधार हथियार इस्तेमाल किये गए। इसमें शिवसेना गुट के चार लोग घायल हुए हैं। इसमें से अनिल पारचा और अभिनव सिंह नामक दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उनपर घातक हथियार से वार किए जाने की खबर है। उनका चिंचवड़ के एक निजी अस्पताल में इलाज जारी है। वारदात की खबर पाकर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात पर काबू पाया।
पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाने के बाद मामले की छानबीन शुरू कर दी है। खबर लिखे जाने तक मामला दर्ज करने का काम जारी था। एहतियात के तौर पर आसवानी, विधायक चाबुकस्वार व अन्य तनाव वाली जगहों पर पुलिस का कड़ा पहरा लगा दिया गया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त रामनाथ पोकले, पुलिस उपायुक्त स्मिता पाटिल, सहायक आयुक्त आरआर पाटिल समेत अन्य आला अधिकारी पिंपरी में पहुंचे हुए हैं। बहरहाल विधायक गौतम चाबुकस्वार ने बताया कि, फर्जी मतदाता पकड़ने के बाद शिवसेना के कार्यकर्ता जब साई चौक जा रहे थे तब राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं और किराए के गुंडों ने उनपर हमला किया। इसमें उद्योगपति बबलू सोनकर के ड्राइवर और शिवसेना के पदाधिकारी गंभीर पर कोयते से जानलेवा हमला किया गया। वहीं पूर्व उपमहापौर डब्बू आसवानी ने मीडिया से की गई बातचीत में कहा कि, विधायक चाबुकस्वार के कार्यकर्ता मेरी जान लेने की फिराक में आए थे, सौभाग्य से मैं बच गया। उनपर किए गए हमले में बबलू सोनकर, सुरेश निकालजे, अरुण टाक, दीपक टाक, अनिल पारचा, जीतू मंगतानी, लच्छू बुलानी, मोहित बुलानी आदि शामिल थे। सोनकर के गार्डस ने उन्हें पिस्तौल से धमकाए जाने का आरोप भी उन्होंने लगाया है।