मुसलमानों को भ्रमित करने से चुनाव हारे प्रकाश आंबेडकर : इम्तियाज जलील

औरंगाबाद : समाचार ऑनलाईन – सोलापुर संसदीय क्षेत्र से पूरी रणनीति के साथ चुनाव परिणाम से पहले ही फैसला हो चुका था कि प्रकाश (बालासाहेब) आंबेडकर यहां से जीत दर्ज करेंगे और इसके बावजूद सोलापुर से वंचित बहुजन आघाड़ी की हार सुशीलकुमार शिंदे की पैंतरेबाजी से हुई। यह आरोप वंचित बहुजन आघाड़ी-एमआईएम के नवनिर्वाचित सांसद  इम्तियाज जलील ने पत्रकार वार्ता में किया।

 

इम्तियाज ने कहा कि सोलापुर क्षेत्र में पूरा बहुजन समाज प्रकाश आंबेडकर के साथ एकजुट था, लेकिन सुशीलकुमार शिंदे ने संप्रदाय की राजनीति का उपयोग कर मुंबई से मौलाना को बुलाया और मुसलमानों को बरगलाया। मुंबई से बुलाये गये मौलवियों ने मुसलमानों को यह कहकर गुमराह किया कि प्रकाश आंबेडकर तो किसी भी हाल में अकोला से जीतेंगे और ऐसे में अपने वोट बर्बाद करने के बजाय सुशीलकुमार शिंदे को मतदान करें। सुशीलकुमार शिंदे को बेवजह दिग्गज उम्मीदवार बताकर मौलवियों ने कहा कि इससे एक धर्मनिरपेक्ष सीट का इजाफा होगा। आप बालासाहेब आंबेडकर को क्यों वोट दे रहे हैं? इसी वजह से उनकी हार हुई और इस सीट से भाजपा का उम्मीदवार जीत गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि अन्य सीटों पर भी मुस्लिम मतदाता असमंजस में थे और कुछ लोगों ने इसी डर से वंचित बहुजन आघाड़ी के उम्मीदवार को मत नहीं दिया कि वोटों की तकसीम (मत विभाजन) की वजह से भाजपा-शिवसेना को फायदा पहुंचेगा, जबकि उन्हें एकजुट होकर वंचित-एमआईएम के साथ खड़े होना था।

पार्टी का काम न करने वालों पर कार्रवाई होगी
इम्तियाज ने कहा, हमें इस बात का बेहद रंज है कि बाहर चर्चा हो रही है कि दलित समाज के वोट औरंगाबाद में एमआईएम को मिले, लेकिन मुसलमानों के वोट एमआईएम को नहीं मिले। इतना ही नहीं खुद प्रकाश आंबेडकर के साथ मुस्लिम समाज को खड़ा होना था, लेकिन उनके हक के वोट भी उन्हें नहीं मिले। चुनाव से एक दिन पहले असदुद्दीन ओवैसी ने सोलापुर में आकर प्रकाश आंबेडकर के लिए प्रचार किया था और इसके बावजूद कुछ मौलवियों की दखलंदाजी एमआईएम कारकूनों (कार्यकर्ताओं) के जरिए हुई होगी तो पार्टी का काम न करने के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। हम इस हार की समीक्षा करेंगे और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त लोगों पर सख्त कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा कि हर जगह जाना हमारे लिए संभव नहीं था। श्रीरामपुर में भी हमारा एक पदाधिकारी वंचित का काम नहीं कर रहा था और उसे निलंबित करने का आदेश मैने मंच से ही दिया था। सोलापुर से भी हमें ऐसी ही रिपोर्ट मिली है। हम इस बारे में बालासाहेब आंबेडकर से चर्चा करेंगे।

आंबेडकर की वजह से यह मोमीन संसद पहुंचा
इम्तियाज जलील ने कहा कि कांग्रेस-एनसीपी के स्थान पर वंचित बहुजन आघाड़ी-एमआईएम के रूप में एक विकल्प मिला है तथा औरंगाबाद से मेरी जीत प्रकाश आंबेडकर की वजह से हुई है। उन्हीं के आदेश पर लाखों बहुजनों के वोट मुझे मिले। आंबेडकर की वजह से ही यह मोमीन संसद पहुंचा। गंगापुर में एमआईएम की शाखा तक नहीं थी, लेकिन वहां से आंबेडकरी समाज ने वोटों से मेरी झोली भर दी। इसके लिए हम उनके शुक्रगुजार हैं।