कांग्रेस व्यापारियों को चोर कहती हैं : नरेंद्र मोदी 


नई दिल्ली: समाचार ऑनलाइन –
व्यापारी वर्ग को लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र अपने पाले में करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में कारोबारियों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने कारोबारियों को लुभाते हुआ कहा कि अगर उनकी सरकार फिर सत्ता में आई तो व्यापारियों को 50 लाख तक का कर्ज बिना गारंटी के मुहैया कराया जायगा।

प्रधानमंत्री मोदी ने जीएसटी पंजीकृत कारोबारियों के लिए 10 लाख तक रुपए का दुर्घटना बीमा, व्यापारियों के लिए क्रेडिट कार्ड की सुविधा और छोटे दुकानदारों के लिए पेंशन जैसी योजनाए लागू करने का भी वादा किया। कार्यकर्म में पीएम मोदी ने विपक्षी दल कांग्रेस को व्यापारियों जो चोर कहने पर जमकर निशाना साधा।

कांग्रेस ने व्यापारियों का अपमान किया
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी खुद के बनिया समुदाय से होने पर गर्व महसूस करते थे लेकिन कांग्रेस पार्टी उन्हें चोर बताती है उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने लम्बे शासनकाल में कारोबारियों को केवल अपमानित किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी सरकार हर हाल में व्यापारियों के पीछे पूरी मुस्तैदी से खड़ी रहेगी। सत्ता  में आने पर वह उनकी समस्याओं के समाधान के लिए एक राष्ट्रीय व्यापारी कल्याण बोर्ड गठित करेगी

उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश की अर्थव्यवस्था में कारोबारी समुदाय के योगदान को महसूस किये बिना ही सभी को चोर बता दिया। कांग्रेस के नामदार स्वं के अलावा कुछ नहीं देखते हैं गांधीजी खुद को बनिया घोषित कर गर्व महसूस करते रहे हैं  इसके बावजूद कांग्रेस सभी कारोबारियों को अपशब्द कहती है और उन्हें चोर बता रही है

हमने कारोबार को सरल बताया
पीएम मोदी ने कहा कि आज कांग्रेस न तो इतिहास से अवगत है और न ही जमीनी हकीकत से कांग्रेस के नामदार देश के विकास में व्यापारियों के योगदान से अनभिज्ञ है मोदी ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व वाला केंद्र की एनडीए सरकार ने  पिछले 5 साल के दौरान व्यापारियों की जिंदगी और कारोबार को सरल बनाने के लिए काफी काम किया है

व्यापारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सरकार की ओर से पुराने पद चुके 1,500 कानून को खत्म करने का काम किया गया प्रक्रियाओं को सुगम बनाया गया और आसानी से कर्ज उपलब्ध कराये गए उन्होंने कहा कि व्यापारी भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है लेकिन पहले उन्हें वह सम्मान नहीं मिला जिसके वह हक़दार थे