कोरोना वायरस : इस बीमारी को लेकर सबसे पहले सचेत करने वाले डॉक्टर को चीन में मिली मौत की सजा

बीजिंग, 5 फरवरी – चीन से फैला जानलेवा कोरोना वायरस ने भारत समेत दुनियर भर के कई देशों को अपनी चपेट में ले लिया है. चीन में इस बीमारी से अब तक 426 लोगों की जान जा चुकी है. केरल में अब तक तीन मामले सामने आये है. हर देश ने चीन आने जाने के सभी रास्ते बंद कर दिए है. चीन के एक डॉक्टर ने कोरोना वायरस को लेकर सरकार को चेताया था. लेकिन इससे पहले की उनकी आवाज दुनिया तक पहुंच पाती उनकी आवाज ही बंद कर दी गई. उनका नाम है ली वेनलियांग

30 दिसंबर को बीमारी के बारे में चेताया था

ली ने पिछले साल 30 दिसंबर को ही इस बारे में आगाह किया था. जिस मेडिकल स्कूल में वह पढ़ रहे थे  उसी के ऑनलाइन अलुमनी चैट ग्रुप पर बताया कि उनके हॉस्पिटल में स्थानीय मछली बाजार से 7 मरीज आये है. जिनमे सोर्स जैसी बीमारी के लक्षण है.

2003 में भी सरकार ने छिपाई थी बीमारी

ली ने बताया कि यह बीमारी कोरोना वायरस है. जो वायरस का एक बड़ा परिवार है. 2003 में भी इस वायरस से सैकड़ो लोगों की जान गई थी और चीन में यह वायरस काफी पुरानी है.

वायरल स्क्रीनशॉट बना मुसीबत

ली ने अपने साथियो को बताया था कि वह अपने परिजनों को गोपनीय तरीके से बता दे. लेकिन उसका स्क्रीनशॉट वायरल हो गया. इसके बाद ही लोग समझ गए थे की ली के लिए मुसीबत आ गई है. चीन पुलिस ने उन पर अफवाह फ़ैलाने का आरोप लगा दिया। उन्हें लिखित में दुबारा ऐसा नहीं करने के लिए माफ़ी मांगनी पड़ी.

अब डॉक्टर खुद कोरोना वायरस के शिकार

चीन में इस बीमारी की चपेट में वहां के डॉक्टर भी आ गए है. 10 जनवरी को वुहान हॉस्पिटल में मरीज का इलाज करते वक़्त एक डॉक्टर को खांसी और बुखार हो गया. 12 जनवरी से वह हॉस्पिटल में है. एक फरवरी को उन्हें कोरोना वायरस होने की पुष्टि की गई.