पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – पिंपरी-चिंचवड़ मनपा के रिश्वतखोर 16 सस्पेंड कर्मचारियों को फिर से मनपा की सेवा में लेने के मामले को लेकर गुरुवार को जनरल बॉडी में काफी हंगामा हुआ. इस दौरान सभी दलों के नगरसेवकों ने भ्रष्ट कर्मचारियों को वीआरएस देकर स्थायी रूप से घर भेजने की वकालत की. रिश्वतखोर कर्मचारियों को वापस सेवा में लेने का सभी दलों के नगरसेवकों ने विरोध किया.
मनपा के 16 सस्पेंड कर्मचारियों को समीक्षा समिति ने वापस सेवा में लिया थी. इन पर कई तरह के आरोप-प्रत्यारोप हुए थे. इसी के मद्देनजर गुरुवार को हुई जनरल बॉडी में इस निर्णय पर नगरसेवकों का गुस्सा फूटा. इस मुद्दे पर जनरल बॉडी में आधे घंटे चर्चा हुई. भाजपा नगरसेविका सीमा सावले ने कहा कि तत्कालीन स्टेनो राजेंद्र शिर्के के खिलाफ हुई कार्रवाई के सभी सीसीटीवी फुटेज दिखाए जाएं. इससे घटना के पीछे किसका हाथ है, यह साफ हो जाएगा.
विरोधी पक्ष नेता दत्ता साने ने कहा कि मनपा आयुक्त अपने अधिकारों का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. उन्होंने टैक्स चुकाने वाले नागरिकों को अपने कार्यों से गलत संदेश दिया है. उन्होंने इस मौके पर सवाल किया कि आप लोगों को 16 सस्पेंड कर्मचारियों द्वारा चाय-पानी कराया गया है क्या? इस मौके पर सभागृह नेता एकनाथ पवार ने कहा कि भ्रष्ट कर्मचारियों को वीआरएस देकर स्थायी रूप से घर भेजा जाए.