काउंटडाउन का बोर्ड गायब; विपक्ष ने साधा भाजपा पर निशाना

मुख्यमंत्री को वादा याद दिलाने के लिए शुरू किया था काउंटडाउन

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – आनेवाले पखवाड़े के भीतर शास्तिकर (अवैध निर्माणों से वसूले जानेवाला तीन गुना प्रॉपर्टी टैक्स) से मुक्ति दिलाने की घोषणा मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की है। उन्हें और सत्तादल भाजपा को इस वादे को याद दिलाने के लिए विपक्षी दलों द्वारा ‘काउंटडाउन’ शुरू किया है। इसके लिए पिंपरी चिंचवड मनपा मुख्यालय के सामने एक बोर्ड लगाकर पखवाड़े में कम होनेवाले दिन को लिखा जा रहा है। सोमवार की शाम यह बोर्ड अचानक से गायब हो गया। इस पर विपक्षी दलों ने फिर से सत्तादल को आड़े हाथ लेने की तैयारी शुरू कर दी है। साथ ही इसके विरोध में कल (मंगलवार) शाम 4 बजे मनपा मुख्यालय के सामने निषेध सभा का ऐलान कियक है।

आगामी चुनावों के मद्देनजर सत्तादल भाजपा को जिन लंबित मसलों का भय सता रहा हैं उनमें सबमें ऊपर शास्तिकर का मसला है। पिंपरी चिंचवड़ में अपनी पार्टी ‘कारभारी’ विधायकों को सता रहे इस भय को दूर करने का भरोसा दिलाते हुए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडवणीस ने 9 जनवरी को 15 दिन के भीतर शास्ति कर से मुक्ति दिलाने की घोषणा की है। विपक्षी दलों ने मनपा मुख्यालय के सामने भाजपा और मुख्यमंत्री को उनका वादा याद दिलाने के लिए काउंटडाउन दर्शाने वाला बोर्ड लगा दिया। इस अनोखे आंदोलन में राष्ट्रवादी कांग्रेस, शिवसेना और मनसे के साथ विभिन्न सामाजिक और सियासी संगठन भी शामिल है। विपक्ष का यह काउंटडाउन 24 जनवरी को खत्म होने जा रहा था कि आज अचानक यह बोर्ड ही गायब हो गया।

विपक्ष का कहना है कि मुख्यमंत्री और भाजपा नेताओं ने अवैध निर्माणों  नियमितीकरण और शास्तिकर माफ़ी को लेकर अब तक कई घोषणा की, कई आश्वासन दिए। अपने वादों को पूरा करने का दावा करते हुए पुरे शहर में होर्डिंगबाजी कर वाहवाही लूटी। मगर ये मसले आज भी जस के तस हैं। चुनावों के मद्देनजर फिर एक बार शास्तिकर से माफी दिलाने की घोषणा मुख्यमंत्री ने की है। इसे चुनावी जुमला बताकर विपक्षी दलों ने काउंटडाउन का बोर्ड गायब होने के पीछे सत्तादल का हाथ रहने का आरोप लगाया है। इससे यह साबित हो गया कि मुख्यमंत्री की घोषणा केवल घोषणा भर है। इसके विरोध में कल शाम 4 बजे मनपा मुख्यालय के सामने निषेध सभा का आयोजन किए जाने की जानकारी मारुति भापकर ने दी।