एसआरपीएफ भर्ती घोटाला: कोर्ट ने आरोपियों को 14 तक पुलिस कस्टडी में भेजा  

पुणे समाचार
राज्य आरक्षित पुलिस बल (एसआरपीएफ) गुट क्रमांक-2  में सिपाही भर्ती परीक्षा की उत्तरपुस्तिका बदलने के मामले में वानवड़ी पुलिस ने नांदेड से दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। आरोपियों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 मई तक पुलिस कस्टडी भेजा गया है। गौरतलब है कि नांदेड पुलिस भर्ती घोटाले में ईटीएच लिमिटेड नामक निजी कंपनी के अधिकारी प्रवीण भटकर का नाम सामने आने के बाद इस मामले के तार पुणे से जुड़ गए हैं।

ऐसे जुड़े तार
नांदेड पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपियों ने पूछताछ में सीआरपीएफ भर्ती परीक्षा की उत्तरपुस्तिका में हेराफेरी की बात कबूली थी। जिसके चलते वानवड़ी पुलिस नांदेड पुलिस से आरोपियों की कस्टडी लेकर उन्हें पुणे लाई। पकड़े गए इन इन आरोपियों के नाम शिरिष बापू अवदूत (32, पिंपले निलख) और स्वप्निल दिलीप सालुंखे (32, जगताप डेयरी)। इस मामले के मास्टरमाइंड प्रवीण भटकर, भूषण देऊलकर और तेजस निम्हाणे अब तकफरार हैं।

क्या है पूरा मामला
वानवड़ी स्थित सीआरपीएफ गुट क्रमांक-2 में 12 मार्च से 21 अप्रैल तक सिपाही पद के लिए भर्ती प्रक्रिया चली थी। परीक्षा की उत्तर पुस्तिका जांचने का काम चैत्रबन विश्रामगृह एसआरपीएफ-2 रामटेकड़ी, हड़पसर स्थित ईटीएच लिमिटेड को दिया गया था। इस दौरान कंपनी से संबंधित पांच आरोपियों ने लिखित परीक्षा के उम्मीदवारों को कुछ सवाल हल करने का कहकर बाद में उत्तरपुस्तिका से छेड़छाड़ की गई थी।

कोर्ट में दलील
कोर्ट में सरकारी वकील ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि यह एक बहुत ही संगीन अपराध है, इस अपराध में पैसों के लेनदेन का पता लगाना अभी बाकी है। साथ ही यह भी पता लगाया जाना बाकी है कि कुल कितने लोग इसमें शामिल है। मामले के मुख्य आरोपी भी फरार हैं, लिहाजा पकड़े गए आरोपियों को पुलिस कस्टडी में भेजा जाए, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।