पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्तालय को सीएसआर ने मिली राहत

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – बीते साल स्वाधीनता दिवस से अस्तित्व में आये पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्तालय में वाहन व मनुष्यबल की कमी खल रही है। राज्य सरकार, गृह विभाग और पुलिस महानिदेशक कार्यालय स्तर पर इस मसले पर कई बार चर्चा हुई मगर परोक्ष में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। नतीजन वाहनों व मनुष्यबल की कमी के साथ लोकसभा चुनाव का सामना करने पर आयुक्तालय विवश है। हालांकि इन दिक़्क़तों को कम करने में सीएसआर (कारपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी) फंड कारगर साबित हो रहा है। गुरुवार को वोक्सवैगन कंपनी ने अपने सीएसआर फंड से पांच 5 मुहैया कराई हैं। इससे पिंपरी चिंचवड आयुक्तालय को कुछ राहत जरूर मिली है।
मनुष्यबल और वाहनों की कमी से जूझ रहे पिंपरी चिंचवड आयुक्तालय को सीएसआर फंड से वाहनों की उपलब्धता हासिल करने के लिए राज्य पुलिस महानिदेशक ने मंजूरी दी है। इसके चलते पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने सीएसआर फंड हासिल करने की कोशिशें शुरू की। उनकी कोशिशें रंग लाई और वोक्सवैगन कंपनी ने अपने सीएसआर फंड से आयुक्तालय को पांच कारें मुहैया कराई हैं। आज ये कारें आयुक्तालय के काफिले में शामिल हो गई। महिंद्रा कंपनी के सीएसआर फंड से भी बोलेरो जीप मिलने जा रही हैं, यह जानकारी भी आयुक्तालय से मिली है। कुल मिलाकर सीएसआर फंड नए पुलिस आयुक्तालय के लिए राहत वाला साबित हो रहा है।
वोक्सवैगन कंपनी की ओर से सीएसआर हेड पंकज गुप्ता ने आज सुबह साढ़े 11 बजे नई पांच कारों की चाबियां पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन के सुपुर्द की। इस मौके पर कंपनी के अकाउंट हेड कौशिक बासू, बीयू भंडारी शोरूम के हेड बालासाहेब सहाणे, डीलरशिप प्रबंधकीय निदेशक शैलेश भंडारी, महाप्रबंधक वैजंती शेवाडे, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त मकरंद रानडे समेत वोक्सवैगन कंपनी और पुलिस आयुक्तालय के कई आला अधिकारी मौजूद थे। पुलिस आयुक्त पद्मनाभन ने कंपनी प्रबंधन और उसके अधिकारियों का आभार माना। कल महिंद्रा कंपनी से छह बोलेरो जीप और अन्य कंपनियों से दोपहिया व चारपहिया वाहनों की उपलब्धता होगी, ऐसा भी इस दौरान बताया गया।