अंततः दत्ता साने ने दिया विपक्षी नेता पद से इस्तीफा

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के आंतरिक स्तर पर तय किये गए एक साल के कार्यकाल की मियाद समाप्त होने से पार्टी के गुटनेता दत्ता साने ने मंगलवार को विपक्षी दल के नेता पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि उन्होंने तीन माह बाद होनेवाले विधानसभा चुनाव तक इस पद पर कायम रहने देने की मांग की थी। मगर पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार द्वारा आदेश दिए से उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। आज उन्होंने पार्टी के शहराध्यक्ष सँजोग वाघेरे को अपना त्यागपत्र सौंपा।

लगभग ढाई साल पहले हुए पिंपरी चिंचवड मनपा के आम चुनाव में गत 15 सालों से लगातार सत्ता पर आसीन राष्ट्रवादी कांग्रेस को करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। भाजपा ने राष्ट्रवादी के पुराने सिपहसलारों को फोड़कर अपने में शामिल कर मनपा की सत्ता हथिया ली और 36 सीटों पर संतोष जताकर राष्ट्रवादी पर विपक्ष में बैठने की नौबत आयी। नतीजन पार्टी के पास विपक्षी दल के नेता का एकमात्र पद रह गया। पांच साल में ज्यादा से ज्यादा नगरसेवकों को मौका देने के लिहाज से इस पद का कार्यकाल एक- एक साल का तय हुआ।

विपक्षी दल का नेता ही उस दल का गुटनेता औऱ स्मार्ट सिटी कंपनी के पदसिद्ध निदेशक होता है। इसके चलते राष्ट्रवादी में इस पद को लेकर होड़ मची है। मनपा में राष्ट्रवादी कांग्रेस के पहले विपक्षी नेता बनने का मौका भूतपूर्व महापौर योगेश बहल को मिला। उनका कार्यकाल समाप्त होने के बाद दूसरे विपक्षी दल के नेता के तौर पर दत्ता साने को मौका मिला। गत साल 17 मई को उन्होंने इस पद की कमान संभाली। सभागृह औऱ मनपा में जरा हटके आंदोलन और प्रशासन व सत्तादल भाजपा की मनमानी पर लगाम कसने के अलग- अलग फंडों से दोनों की नाक में दम कर दिया।

पहले विपक्षी नेता योगेश बहल की तुलना में दत्ता साने का कार्यकाल काफी गूंजा, वे सालभर लगातार चर्चा में रहे। ऐसे में माना जा रहा था कि विधानसभा चुनाव तक वे इस पद पर बने रहेंगे। खुद उन्होंने इसकी मांग भी की थी। मगर इस साल की 17 मई को उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले ही इस पद की आस लगाए बैठे राष्ट्रवादी के अन्य इच्छुकों की गतिविधियां तेज हो गई थी। उनके दबाव के चलते पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने पार्टी के शहराध्यक्ष सँजोग वाघेरे को साने से इस्तीफा लेने के आदेश दिए। हालांकि तब साने विदेश यात्रा पर थे। चंद दिन पहले ही विदेश से लौटने के बाद से उनके इस्तीफे को लेकर अटकलों का बाजार गर्म था। अंततः आज उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।