चंद मिनटों की देरी से छात्रों को पेपर देने से रोका

पिंपरी। सँवाददाता – चंद मिनट की देरी का कारण बताकर तीन छात्रों को दसवीं बोर्ड का पेपर देने से रोका गया। इसकी जानकारी मिलने के बाद कवरेज के लिए गए मीडियाकर्मियों के साथ भी धक्कामुक्की करते हुए कैमरा छिनने की कोशिश की गई। बुधवार को पिंपरी चिंचवड़ शहर के वाकड़ स्थित अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल में यह घटना घटी। शहर के पत्रकारों ने स्कूल प्रबंधन की इस तानाशाही की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए मीडियाकर्मियों के साथ धक्कामुक्की करनेवालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
फिलहाल सीबीएसई बोर्ड की दसवीं की परीक्षा शुरू है, आज इंग्लिश का पेपर था। पायल किरण उडाने, ओंकार संतोष शिंदे, तमन्ना शर्मा नामक तीन छात्रों को चंद मिनटों की देरी का हवाला देकर उन्हें पेपर देने से रोका गया। मोशी के एक स्कूल के ये सभी छात्र चिखली इलाके में रहते हैं। उनका परीक्षा का सेंटर वाकड़ भूमकर चौक स्थित अक्षरा इंटरनेशनल स्कूल में है। उनके घर से यह स्कूल 15 से 18 किलोमीटर दूरी पर है। सुबह साढ़े 10 बजे से पेपर था। छात्रों का कहना है कि वे 10 बजे तक स्कूल के गेट पर थे। मगर उन्हें गेट पर ही यह कहकर रोक दिया गया कि वे आने में देरी हो गई।
काफी मिन्नतें करने के बाद उन्हें भीतर लिया गया लेकिन पेपर देने से रोका गया। जब उन्होंने उनका एक साल जाया जाने का हवाला दिया गया तब स्कूल के शिक्षकों ने कुछ रास्ता निकालने का भरोसा दिलाया। मगर परोक्ष में कोई हल नहीं निकाला गया औऱ छात्रों को वैसे ही रोका गया। उनके अभिभावकों ने भी स्कूल प्रबंधन से मिन्नतें की मगर उनके कानों पर जूं नहीं रेंग सकी। इस वाकये की खबर शहर के मीडिया तक भी पहुंची। कुछ मीडियाकर्मी वहां पहुंचे तो स्कूल प्रबंधन ने उनके साथ धक्कामुक्की की और एक कैमरामैन का कैमरा छीनने की कोशिश की। वहां मौजूद पुलिस के हस्तक्षेप से मामला जैसे तैसे शांत हुआ। शहर के मीडियाकर्मियों ने स्कूल प्रबंधन के तानाशाही की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए बदसलूकी करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।