दिल्ली हिंसा : बुजुर्ग पिता की मौत के बाद बेटे ने सुनाई आपबीती, बोला- पिता का धर्म पूछकर की पिटाई

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – नागरिकता संशोधन कानून को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अभी तक 43 लोगों की मौत हो गई है जबकि 200 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं। इस हिंसा को लेकर लगातार नए-नए खुलासे हो रहे हैं। 43 लोगों की मौत के बाद अब केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस पूरी तरह सख्त नजर आ रही है। सभी पहलु की जांच की जा रही है। इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है।

इस बीच एक बेटे ने अपने पिता की मौत का आपबीती सुनाई है। दरअसल हिंसाग्रस्त नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में शुक्रवार को जब एक बुजुर्ग कूड़ा बीनने के लिए वहां गए और वहां उसके सिर में काफी चोट लग गई। घायल अवस्था में उसे लाया गया, लेकिन अस्पताल ले जाते वक्त उसकी मौत हो गई। मृतक बेटे ने कहा कि उसके पिता हिंसा के नए मामलों के शिकार हुए हैं। मृतक का नाम अयूब शब्बीर है। जो गाजियाबाद के लोनी में नसबंदी कॉलोनी में अपने 18 साल के दिव्यांग बेटे सलमान अंसारी के साथ रहते थे। वह कूड़ा बीनने के काम से हर दिन 300 से 400 रुपये तक कमा लेते थे।

सलमान अंसारी ने सुनाई आपबीती –
घटना के बाद मृतक के बेटे सलमान अंसारी ने कहा कि ‘मैंने बाहर जाने को लेकर अपने पिता को आगाह किया था लेकिन उन्होंने कहा कि स्थिति अब सामान्य हो गई है और हम लंबे समय घर नहीं बैठ सकते। ऐसे में कुछ भी नहीं कमा सकते। सलमान ने कहा मेरे पास अब कोई नहीं है। मैं क्या करूंगा। उसने बताया कि जब वह बच्चा था तो उसकी मां ने उसे छोड़ दिया, छोटे भाई को अपने साथ ले गई थी।’ सलमान ने बताया कि ‘जब मैं सो रहा था, तो वह बहुत जल्दी निकल गए।  करीब सुबह 6 बजे के आसपास, दो लोग उन्हें स्कूटर पर घर ले आए। उनके सिर में गंभीर चोट लगी थी।

पिता का धर्म पूछकर की पिटाई –
सलमान ने यह भी दावा किया कि उनके पिता ने उन्हें बताया कि कुछ लोगों ने उनसे उनका नाम और धर्म पूछा और फिर उन्हें मारा। हालांकि, उन्होंने इस बात का जिक्र नहीं किया कि कितने लोग थे या किसने उन्हें मारा था।