महिला सांसदों पर नस्लीय टिप्पणी करने वाले डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ आज अमेरिकी संसद में लाया गया निषेध प्रस्ताव

महिला सांसदों की जीत को दुनिया के सबसे शक्तिशाली अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.

–    ट्रम्प ने ट्विट कर दी थी इन्हें उनके देश जाने की सलाह

समाचार ऑनलाइन – नस्लीय-टिप्पणी करने के कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के खिलाफ आज अमेरिकी संसद में निषेध प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की गई है. चार महिला सांसदों की इस जीत को दुनिया के सबसे शक्तिशाली अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है.

ट्रम्प ने रविवार को कई ट्वीट कर कहा था कि चार सांसदों को उनके देश लौट जाना चाहिए, जहाँ से वे आई हैं. चार महिला सांसद देश में नफरत फैला रही हैं. यह अच्छी बात नहीं है. यह स्वीकार्य नहीं है. वे वहां जा सकते हैं;  उन्हें अपने देश से प्यार करना चाहिए. अगर उन्हें अमेरिका में तिरस्कार लगता हैं तो वे जा सकती हैं. डेमोक्रेट्स इसे वंशवादी टिप्पणी बता रहे हैं, लेकिन ट्रम्प और व्हाइट हाउस ने आरोपों से इनकार किया है. बता दें कि इन ट्विट में ट्रम्प ने इन महिला सांसदो को प्रोग्रेसिव कांग्रेस वुमन्स करार दिया था.

न्यूयॉर्क की अलेक्जेंड्रिया ओकासियो-कॉर्टेज़,  मिनेसोटा के एलाहन उमर,  मैसाचुसेट्स के मस्सा तुलिब और मिशिगन की अयान प्रेस्ली इन महिला सांसदों के खिलाफ हुई नस्लीय टिप्पणी की कड़ी आलोचना कर रहे हैं.

ट्रम्प की टिप्पणी का विरोध करने के लिए अमेरिका की प्रतिनिधि सभा के सांसद टॉम मुलिंस्की ने प्रस्ताव पेश किया था. 435 सदस्यीय संसद में प्रस्ताव के पक्ष में 240 मत तथा विरोध में 184 मत प्राप्त हुए. चार रिपब्लिकन और एक स्वतंत्र सांसद ने भी प्रस्ताव का समर्थन किया. सदन में डेमोक्रेटिक पार्टी का बहुमत है.

मिलिनोवस्की ने कहा कि हम ऐसे नहीं हैं. यह आग से खेलने जैसा है. इस तरह के भाषण के लिए एक सीमा होनी चाहिए. महिला सांसद ग्रेस मेंग ने वंशवादी टिप्पणी पर ट्रम्प की आलोचना की है.