व्हिप जारी किए जाने के बावजूद गैरहाजिर रहनेवाले नगरसेवकों को अभय

पिंपरी। समाचार ऑनलाइन
अपनों की ‘नाराजगी’ और राष्ट्रवादी कांग्रेस की ‘चुनौती’ के चलते पिंपरी चिंचवड़ मनपा के सत्तादल पर व्हिप यानी पक्षादेश जारी करने की नौबत आई। इसके बावजूद तीन नगरसेवक महापौर- उपमहापौर चुनाव के दौरान गैरहाजिर रहे। वैसे तो सभागृह में सत्तादल के सदस्यों के संख्याबल से पार्टी प्रत्याशियों के लिए कोई खतरा न था। मगर पक्षादेश की अहमियत को ताक पर रखने वाले नगरसेवकों के खिलाफ पार्टी क्या एक्शन लेती है? इसकी उत्सुकता थी। सोमवार को जब इस बारे में सभागृह नेता एकनाथ पवार से पूछने पर वे अपने नगरसेवकों की अनुशासनहीनता को नजरअंदाज करते हुए उन्हें ‘अभय’ देने के मूड में नजर आए।
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पिंपरी चिंचवड़ के नए महापौर के लिए शनिवार को हुए चुनाव में सत्तादल भाजपा के राहुल जाधव ने जीत दर्ज की। वहीं उपमहापौर के चुनाव में सचिन चिंचवड़े ने बाजी मारी। इन दोनों ने राष्ट्रवादी कांग्रेस के प्रत्याशी विनोद नढे और विनया तापकिर को 47- 47 वोटों से हराया। दोनों ही चुनाव में शिवसेना के सदस्य तटस्थ रहे जबकि मनसे एक एकमात्र नगरसेवक ने महापौर पद के लिए भाजपा को वोट डाला। इस चुनाव से विपक्षी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस के साथ ही सत्तादल भाजपा के तीन- तीन नगरसेवक गैरहाजिर थे। इसमें रवि लांडगे, तुषार कामठे के साथ महापौर पद के तीव्र इच्छुक रहे शत्रुघ्न काटे भी शामिल थे।
सभागृह में सत्तादल के संख्याबल को देखते हुए उसके प्रत्याशियों की जीत में कोई शंका न थी। मगर अपनों की नाराजगी का फायदा विपक्षी दल को न हो और अपने प्रत्याशियों के लिए कोई खतरा न हो इसके लिए भाजपा ने अपने सभी नगरसेवकों को व्हिप जारी किया था। इसके बावजूद पार्टी के तीन नगरसेवक मतदान के दिन गैरहाजिर रहे। ऐसे में सियासी गलिियारे में यह उत्सुकता थी कि अपने इन नगरसेवकों के खिलाफ पार्टी क्या एक्शन लेती है। आज जब सभागृह नेता एकनाथ पवार से पूछा गया तो उन्होंने तीनों नगरसेवकों की गैरहाजिरी के कारण गिनाते हुए कहा कि कामठे और लांडगे ने गैरहाजिर रहने के बारे में सूचित किया था जबकि काटे हॉस्पिटल में थे। हांलाकि इस बारे में महापौर के पास कोई अग्रिम सूचना न थी, यह भी सामने आया है।