दिनदहाड़े डॉक्टर का अपहरण, मारा-पीटा, 10 लाख मांगे फिर छोड़ दिया, तीन गिरफ्तार

बार्शी | समाचार ऑनलाइन

बीच सड़क से डॉक्टर का अपहरण कर 10 लाख रुपए की मांग करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अब भी फरार हैं। डॉक्टर नंदकुमार रामलिंग स्वामी (48, नि.दत्तनगर, बार्शी) को सोमवार दोपहर चार बजे के आसपास परंडा रोड से अगवा किया गया था। इसके बाद आरोपी उन्हें एक सुनसान इलाके में ले गए जहां, डरा-धमकाकर उनसे 10 लाख रुपए की मांग की गई। आरोपियों ने डॉक्टर से यह भी कहा कि अगर 10 लाख नहीं मिले तो वो उन्हें गर्भ लिंग जांच के झूठे केस में फंसा देंगे। इस दौरान उन्होंने डॉ. नंदकुमार के साथ मारपीट भी की। अपहरणकर्ताओ को उम्मीद थी कि डॉ. नंदकुमार डर के चलते 10 लाख रुपए दे देंगे, इसलिए उन्होंने उन्हें छोड़ दिया। लेकिन नंदकुमार ने तुरंत मामले की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।

ये हैं आरोपी
कोर्ट ने पकड़े गए सभी आरोपियों को चार दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा है। पुलिस ने डॉ. नंदकुमार की शिकायत पर ज्ञानेश्‍वर ऊर्फ बप्पा सुरेश लावंड, उमेश चंद्रकांत मस्तुद (33, दोनों नि. सुभाषनगर, बार्शी) , रंजना तानाजी वणवे (41, नि. बारामती, जि. पुणे), अनिल शिंदे और सोमा के खिलाफ अपहरण कर जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज किया है। इनमें से लावंड और मस्तुद को देर रात जबकि रंजना वणवे को मंगलवार दोपहर गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ बार्शी, वैराग,बारामती पुलिस थाने में कई मामले दर्ज़ हैं।

क्या हुआ था?
डॉ. स्वामी 10 जुलाई शाम 4 बजे के आसपास अपनी मोटरसाइकिल से शहर के मंगलवार पेठ इलाके से होते हुए जा रहे थे। तभी अचानक आरोपी वणवे, ज्ञानेश्‍वर लावंड, उमेश मस्तुद ने अपनी कार (एमएच 45- 8215) से ओवरटेक करके डॉक्टर को रोक लिया। इसके बाद वो उन्हें जबरन अपनी कार में बैठाकर ले गए। बार्शी की परंडा रोड पर स्थित इंद्रेश्‍वर शक्कर फैक्टरी के पास पहुँचने पर आरोपियों ने कार रोकी और डॉ. स्वामी के साथ मारपीट करने लगे। इसी बीच दूसरी कार (एमएच 42 वाय 1011) से आरोपी अनिल शिंदे, सोमा भी वहां पहुँच गए। सभी ने मिलकर डॉ. स्वामी को धमकाया कि यदि उन्हें 10 लाख रुपए नहीं मिले तो वो गर्भ लिंग जांच का झूठा केस दर्ज करा देंगे। इतना ही नहीं उन्होंने डॉ. स्वामी को पैसा न मिलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद आरोपी उन्हें वहीं छोड़कर फरार हो गए। मामले की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक दिगंबर गायकवाड कर रहे हैं।