इस दौरान ट्रंप ने कहा कि मोदी लगातार मुझे बता रहे थे कि उन्होंने अफगानिस्तान में एक लाइब्रेरी का निर्माण करवाया है। आप जानते हैं यह क्या है? यह ऐसा था जैसे हमने पांच घंटे बेकार कर दिए हों और हमें आपसे कथित तौर पर कहना चाहिए कि लाइब्रेरी के लिए धन्यवाद। मुझे नहीं पता अफगानिस्तान में उसका प्रयोग कौन कर रहा है।
हालांकि अभी तक यह साफ नहीं है कि ट्रंप किस परियोजना को लेकर बात कर रहे थे, लेकिन भारत ने अफगानिस्तान को 3 बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद दी है। अफगान के संसद भवन की इमारत का 2015 में उद्घाटन किया गया था। इसका पुनर्निर्माण भारत द्वारा दी गई आर्थिक सहायता के बाद हुआ था। मोदी ने अफगान के युवाओं को आधुनिक शिक्षा और पेशेवर कौशल से सशक्त बनाने का वादा किया था।
पिछले महीने ट्रंप ने अफगानिस्तान के सीरिया में तैनात 2,000 अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला लिया। एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया था कि फैसला लिया गया है कि बड़ी संख्या यानी करीब-करीब 50 फीसदी सैनिकों को वहां (अफगानिस्तान) से वापस बुलाया जाएगा। सैनिकों की यह वापसी अगले कुछ महीने में होगी। सैनिकों को वापस बुलाने का फैसला तालिबान के साथ शांति समझौते को लेकर अमेरिका के दबाव बनाने के बीच आया है।