डॉ सांसद कोल्हे ने वाईसीएम हॉस्पिटल प्रशासन को दिया ‘इंजेक्शन’

पिंपरी। सँवाददाता – पिंपरी चिंचवड़ मनपा प्रशासन और सत्तादल भाजपा की उदासीनता एवं डॉक्टरों की ‘राजनीति’ के चलते दुर्दशा का शिकार हुए मनपा के वाईसीएम हॉस्पिटल में मंगलवार को शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस के सांसद डॉ अमोल कोल्हे ने अचानक मुआयना किया। यहां मरीजों और उनके परिजनों से हॉस्पिटल की सेवा सुविधाओं का जायजा लेने के बाद उन्होंने हॉस्पिटल प्रशासन को सलाह, सुझावों और डांट-फटकार का ‘इंजेक्शन लगाया।
वाईसीएम हॉस्पिटल पर सालाना करीबन 450 करोड़ रुपए खर्च किये जाते हैं। इसके बावजूद यह हॉस्पिटल दुर्दशा का शिकार बना हुआ है। प्रशासन और सत्तादल की उदासीनता और डॉक्टरों की सियासत का असर यहां की चिकित्सीय सेवा पर हो रहा है। इस पर फटकार लगाते हुए सांसद डॉ कोल्हे ने डॉक्टरों को आपसी विवाद आपस मे सुलझाकर मरीजों को उचित और दर्जेदार चिकित्सा सुविधा देने के आदेश दिए। हॉस्पिटल के हर विभाग में जाकर मरीजों और उनके परिजनों से यहां मिलने वाली चिकित्सीय सुविधाओं का जायजा उन्होंने लिया। हॉस्पिटल के लिए खरीदे गए और खरीदे जानेवाले उपकरण, दवा व अन्य सामग्रियों की खरीदारी और उसके इस्तेमाल की रिपोर्ट पेश करने के आदेश भी उन्होंने दिए।
हॉस्पिटल में दूर दराज से आनेवाले मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए निवारा शेड बनाने, हॉस्पिटल को ‘फ्रेंडली’ बनाने, मरीजों व उनके करीबियों को आयुषमान भारत, महात्मा फुले स्वास्थ्य जैसी सरकारी स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी देने के आदेश भी सांसद ने दिए। हॉस्पिटल के डॉक्टरों और अधिकारियों से उनकी व हॉस्पिटल की अड़चनों का ब्यौरा भी उन्होंने लिया। भोसरी में मनपा का 100 बेड्स की क्षमता का हॉस्पिटल तैयार रहने के बाद भी उसे अब तक कार्यान्वित न किये जाने की रिपोर्ट पेश करने के आदेश भी उन्होंने दिए। उनके इस दौरे में मनपा के अतिरिक्त आयुक्त संतोष पाटिल, राष्ट्रवादी कांग्रेस के शहराध्यक्ष संजोग वाघेरे, भूतपूर्व महापौर योगेश बहल, पूर्व विपक्षी नेता दत्ता साने, शाम लांडे, वाईसीएम हॉस्पिटल के अधिष्ठाता डॉ. राजेंद्र वाबले, मनपा के सहाय्यक आयुक्त मनोज लोणकर, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पवन सालवे, उपअधीक्षक डॉ. शंकर जाधव आदि उपस्थित थे।