हार के डर से सरकार घटा रही पेट्रोल-डीजल के दाम: कांग्रेस

नई दिल्ली। समाचार ऑनलाइन 
जनता को पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत देने के लिए सरकार ने गुरुवार को पेट्रोल व डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में 2.5 रुपए प्रति लीटर की कटौती की। सरकार के इस कदम से भाजपा शासित राज्यों में पेट्रोल और डीजल के दामों में पांच रुपए तक की कमी आई है।  वहीं, विपक्ष ने सरकार के इस कदम को ‘आंखों में धूल’ झोंकने वाला बताया है। बता दें कि महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और त्रिपुरा में राज्य सरकार ने पेट्रोल डीजल की कीमतों में 2.5 रुपए प्रति लीटर की कटौती की है।
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वही सरकार के इस ऐलान को कांग्रेस ने चुनावी करार दिया है। वित्त मंत्री के ऐलान के तुरंत बाद कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि, ये फैसला तीन राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को देखते हुए किया गया है। उन्होंने कहा कि,  जब आम जनता परेशान थे, तब सरकार ने तेल कंपनियों को फायदा पहुंचा और अब चुनाव नजदीक है इसलिए दामों में कटौती की गयी है। लेकिन जनता इन्हें सबक सिखाने जा रही है। इसी डर से पेट्रोल-डीज़ल के दरों में कटौती की जा रही है।
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वही कांग्रेस के और एक प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस पर कहा कि, जनता को लूटने का काम भाजपा शासित प्रदेश सरकारें कर रही हैं। सरकार को यह बताना चाहिए कि वह दुनिया के अन्य देशों को कम दामों पर डीजल और पेट्रोल क्यों बेच रही है। आरटीआई के जवाब में सरकार ने कहा है कि वह 15 देशों को पेट्रोल मात्र 34 रुपए प्रति लीटर और 29 मुल्कों को डीजल प्रति लीटर 37 रुपए में बेच रही है। सरकार को यह बताना चाहिए कि वह अपने ही नागरिकों को क्यों लूट रही है। यह सरकार राहत देने के बजाय किसानों पर लाठी बरसाती है।
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इस पर माकपा नेता वृंदा करात ने भी सरकार के इस कदम को लोगों की आंखों में ‘धूल झोंकने’ वाला बताया। उन्होंने कहा कि,  भारत के आस-पास के देशों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें काफी कम हैं, लेकिन यहां तेल की कीमतें बहुत ज्यादा हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें जब बहुत कम थीं तो उस समय सरकार ने जनता को राहत नहीं दी और अपना तिजोरी भरा।