ईडी ने अनिल देशमुख के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया 

ऑनलाइन टीम. मुंबई : महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ अब प्रवर्तन निदेशालय भी कमर कस चुका है। ईडी ने अनिल देशमुख पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर लिया है। एक अधिकारी ने बताया कि प्रवर्तन निदेशालय अब देशमुख और अन्य लोगों को पूछताछ के लिए तलब कर सकता है। याद रहे, बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर नियमित मामला दर्ज कर सीबीआई द्वारा की गई आरंभिक जांच के बाद ईडी (ED) ने यह मामला दर्ज किया है। बंबई उच्च न्यायालय ने मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए गए घूस के आरोपों की जांच करने को कहा था।

जैसा कि मालूम है कि मुंबई के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली का आरोप लगाया था। इस मामले की जांच CBI पहले से कर रही है। पिछले महीने देशमुख के 11 ठिकानों पर CBI ने रेड की थी और कई सबूत जमा किए थे। इनमें कुछ हार्ड डिस्क और अन्य कागजात शामिल हैं। माना जा रहा है कि CBI ने इस सबूतों को ED से शेयर किया था और इसी के आधार पर ईडी ने केस दर्ज किया है।

हालांकि, अनिल देशमुख ने आरोपों से इनकार किया था, लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट की ओर से CBI जांच के आदेश के बाद देशमुख को पद से इस्तीफा देना पड़ा था।  अनिल देशमुख के दो बेटों सलिल देशमुख और हृषिकेश देशमुख की स्वामित्व वाली आधा दर्जन से अधिक फर्मों में से एक कोलकाता की कंपनी है, जो केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) की जांच के दायरे में आई है। जानकारी के मुताबिक कोलकाता की कंपनी एक ऐसे पते से चल रही है जो शेल कंपनियों का एक हॉटस्पॉट है।