क्षमता से ज्यादा हुए लिफ्ट में सवार; आफत में पड़ी जान

पुणे : समाचार ऑनलाइन – लिफ्ट में सवार होते समय थोड़ी-सी लापरवाही बहुत भारी पड़ सकती है। पुणे में हुए ऐसे ही हादसे में 14 लोगों की जान पूरे दो घंटे अटकी रही। लिफ्ट की क्षमता आठ लोगों की थी, लेकिन उसमें एक नर्सिंग स्टाफ के 14 लोग सवार हो गए। नतीजन, लिफ्ट बीच में अटक गई। बाहर निकलने का कोई तरीका नहीं सूझा तो फायर ब्रिगेड बुलाना पड़ी। लिफ्ट में फंसने वाला यह स्टाफ नोबल हॉस्पिटल का है, जिसमें नर्सें भी शामिल हैं। ये सभी एक कमर्शियल कॉम्पलेक्स में गए थे। चार मंजिला यह कमर्शियल कॉम्पलेक्स अस्पताल के पास ही स्थित है।
यह घटनाक्रम सुबह आठ बजे का है। बताया जा रहा है कि, लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर की ओर आ रही थी, तब पहली और दूसरी मंजिल के बीच फंस गई। लिफ्ट में फंसे लोगों ने अलार्म बटन दबाया तो परिसर में भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। लिफ्ट का रखरखाव करने वाले तकनीशियनों ने लिफ्ट को ग्राउंड फ्लोर पर लाने के लिए प्रयास किया लेकिन असफल रहा। इसके बाद अस्पताल के एक अधिकारी ने फायर ब्रिगेड को फोन किया। तत्काल दमकल की एक गाड़ी और एंबुलेंस मौके पर पहुंची।
फायर ब्रिगेड के जवानों ने पाया कि फंसी लिफ्ट में ऑक्सीजन का कोई संकट नहीं है। उन्होंने ऊपर से फंसे लोगों को पानी भी उपलब्ध करवाया। इसके बाद सभी को निकालने की कवायद शुरू की गई। फायर ऑफिसर शिवाजी चव्हाण के मुताबिक, “हम चौथी मंजिल पर पहुंचे और पाया कि लिफ्ट की रस्सी चरखी से निकल गई है। हमने तकनीशियनों से सहायता मांगी और रस्सी को चरखी में फंसा दिया। फिर लिफ्ट को धीरे-धीरे नीचे लाया गया और ग्राउंड फ्लोर से 2 फीट की दूरी पर रोक दिया गया ताकि इसे फर्श पर दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाया जा सके। अंत में सभी 14 लोग को स्टूल की मदद से सुरक्षित रूप से लिफ्ट से बाहर निकाल लिया गया। कोई घायल नहीं हुआ। “