जम्मू कश्मिर में युवकों की बेराेजगारी हटाओ

 पुणे : समाचार ऑनलाईन –  जम्मू कश्मिर में युवाओं की संख्या काफी है लेकिन उनके हाथों में काम ही ना होने के कारण वे बेरोजगार हैं।  इसलिए सरकार पहले उनके लिए रोजगार उपलब्ध कराने का काम करें। ऐसी मांग यहां के किसानों ने की हैं।

पुणे स्थित आम्ही पुणेकर संस्था के माध्यम से कश्मिर के डोडा जिले के निवासी बलवंत सिंह, भवानीचंद्र बन्सीलाल, ओमप्रकाश मोदुलाल, दिनेशसिंह बेलीराम तथा हिंदभूषण बसंतराम यह पांच किसान पुणे दौरे पर आए हुए हैं। मंगलवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्हाेंने कहा कि जम्मू कश्मिर से अनुच्छेद 370 रद्द करने से पहले हमारे इलाकों में लगातार सेना के जवान तैनात हुआ करते थे। इसलिए कुछ काम करना भी हो तो मर्यादा आती थी। कोई भी कंपनियां यहां आने के लिए तैयार नहीं थी। स्नातक तक ही शिक्षा उपलब्ध होने के कारण युवाएं उतनी ही शिक्षा हासिल कर घर बैठे हुए हैं। उनके हाथों में कोई काम ही ना होने से वे बेराेजगार हैं लेकिन अब अनुच्छेह 370 रद्द करने के कारण अब हमारे इलाकों में भी कंपनियां आएंगी और युवकों को रोजगार मिलेंगे। रोजगार उपलब्ध कराने को सरकार पहले प्राथमिकता दें। अब विविध शैक्षणिक संस्थाएं आएंगी। इस से अच्छी दर्जा की शिक्षा मिलने में मदद होगी। हमारे इलाके के युवकों को देश के किसी भी राज्य में शैक्षणिक प्रवेश के लिए प्राथमिकता दी जानी चाहिए। उसके लिए सरकार को कदम उठाने की जरूरत है।

सरकार निर्माण करें कोल्ड स्टोअर

उक्त किसानों ने कहा कि हमारे इलाके में प्रमुख रूप से सेब की फसल ली जाती है। इस फसल के लिए प्रथम कोल्ड स्टोअर होना जरूरी है लेकिन यह सुविधा बहुत ही कम है। इसलिए सेब का काफी नुकसान होता है। बाजार में कीमत नहीं मिलती। इस समस्या को देखते हुए सरकार कोल्ड स्टोअर निर्माण करें तथा मार्केटिंग करने पर अधिक जोर दें। उक्त किसानों ने कृषि क्षेत्र में काम करनेवाली कुछ संस्थाओं के पदाधिकारियों से मुलाकात कर पुणे जिले में की जानेवाली खेती के बारे में जानकारी हासिल की।