नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – एलिजाबेथ बाथरी को एक खूंखार महिला सीरियल किलर के तौर पर जाना जाता है। जिसने अपनी जवानी को बरक़रार रखने के लिए 600 से ज्यादा कुंवारी लड़कियों की हत्या कर उनके खून से स्नान किया। एलिजाबेथ की खौफनाक दास्तां करीब 400 साल पुरानी है। हंगरी साम्राज्य की इस सीरियल किलर ने 1585 से 1610 के बीच अपने महल में करीब 600 से ज्यादा लड़कियों को मौत के घाट उतारा था।
एलिजाबेथ बाथरी को कहीं से पता चला था कि अगर वो कुंवारी लड़कियों के खून से नहाएगी तो जिंदगीभर जवान और खूबसूरत बनी रहेगी। बस इसी लालच ने उसे कातिल बना दिया। एलिजाबेथ अपनी जवानी को बरकरार रखने के लिए कुंवारी लड़कियों का कत्ल करती थी और फिर उनके खून से नहाती थी। वह अपने शिकार को तड़पा तड़पाकर मारती थी। हत्या के पहले वह उन लड़कियों के नाजुक अंगों को जला दिया करती थी।
महल में मिले थे नरकंकाल
दस्तावेजों के मुताबिक एलिजाबेथ ने अपने नौकरों के साथ मिलकर करीब 650 लड़कियों की निर्मम हत्या की थी। उसके महल से कई लड़कियों के कंकाल और सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए गए थे। 1610 में हंगरी के राजा के आदेश के बाद उसे तीन नौकरों के साथ गिरफ्तार किया गया था। महल से ताल्लुक रखने की वजह से एलिजाबेथ को महल में ही कैद कर दिया गया था। सजा मिलने के करीब चार साल बाद 1614 में उसकी मौत हो गई।
गांव की लड़कियों को बनाया शिकार –
उपन्यासकार ब्राम स्टोकर ने उसके जीवन पर आधारित ड्रैकुला उपन्यास लिखा था। रिपोर्ट के अनुसार, एलिजाबेथ की शादी फेरेंक नैडेस्डी नाम के शख्स से हुई थी। बताया जाता है कि खूंखार लेडी सीरियल किलर के निशाने पर ज्यादातर गांव की लड़कियां होती थीं। वो उन्हें आसानी से अपना शिकार बना लेती थी।