चाकण औद्योगिक परिसर से अपराधियों का सफाया : दादागिरी के दिन पूरे हुए

चाकण : समाचार ऑनलाइन – चाकण के औद्योगिक परिसर से लूटपाट, डकैती, चोरी व दादागिरी की घटनाएं कुछ हद तक कम करने में सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सुनील पवार सफल रहे हैं। एमआईडीसी परिसर में पुलिस टीम द्वारा दिन-रात गश्त लगाया जा रहा है। अपराध की घटनाएं कम होने और पुलिस की गश्त बढ़ने से कामगारों और उद्योगपतियों में विश्वास का माहौल है।

कुछ दिनों पहले तक चाकण औद्योगिक परिसर में कामगारों के साथ बड़े पैमाने पर लूटपाट की घटनाएं घट रही थीं। कामगार रात के वक्त काम पर आने मेें टालमटोल करते थे। कांट्रैक्ट के लिए कंपनी प्रबंधन के अधिकारियों व उद्योगपतियों को धमकाने की घटनाएं भी घट रही थीं। इन वजहों से एमआईडीसी में भय का वातावरण था। पिंपरी-चिंचवड़ पुलिस आयुक्तालय में चाकण पुलिस स्टेशन में शामिल होने पर उद्योगपतियों व पुलिस अधिकारियों की बैठक हुई। इस बैठक में सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सुनील पवार ने जल्द सभी समस्याओं के समाधान का विशेष प्रयास करने का आश्वासन दिया था।

एमआईडीसी में डकैतों ने डकैती की कई घटनाओं को अंजाम दिया था। एमआईडीसी परिसर में डाका डालने की तैयारी कर रहे तीन ग्रुप को हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया है। रात के वक्त कामगारों को हथियारों से डराकर लूटपाट करने वाले कई अपराधियों को पकड़ा गया। इसके बाद से लूटपाट की घटनाओं पर काफी हद तक रोक लग गई है। चोरी की कई घटनाओं में कंपनी के सिक्योरिटी गार्ड के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से शामिल होने की जानकारी सामने आई। इसके बाद ऐसे सिक्योरिटी गार्ड्स के खिलाफ कार्रवाई की गई। साप्ताहिक छुट्टी के दिन व रात्र के वक्त संदिग्ध रूप से घूमने वालों पर गश्ती दल ने नजर बनाए रखी। इन तमाम प्रयासों से चोरी की घटनाओं पर बहुत हद तक लगाम लग चुकी है।

औद्योगिक परिसर में जागते रहो अभियान शुरू किया गया है। औद्योगिक क्षेत्र में आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वालों व पहले अपराध के कई मामलों में शामिल रहने वालों को कस्टडी में लेकर कार्रवाई की जा रही है। अपराधियों के नेटवर्क को तोड़ने में पुलिस को कामयाबी मिली है। पिछले कुछ दिनों में गश्ती दल को रात के वक्त गैर कानूनी रूप से देसी पिस्तौल व जिंदा कारतूस बेचने वालों को पकड़ने में बड़ी कामयाबी मिली है। औद्योगिक परिसर में काम का ठेका पाने के लिए कंपनी मालिकों और अधिकारियों को डराने वालों को गिरफ्तार किया जा रहा है।

उद्योगपतियों से पुलिस से उम्मीदें

इस संबंध में सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर सुनील पवार ने कहा कि एमआईडीसी के सभी कारखानों से हमें सहयोग किया जाए क्योकि बहुतसारी कंपनियों से हमें उतना रिस्पांस नहीं मिल रहा है, जितना मिलना चाहिए। कंपनियों ने सुरक्षा रक्षक एजेंसियों व सुरक्षा रक्षकों की जांच कर ही काम पर रखे। इससे कंपनी में चोरी की घटनाएं कम घटेंगी। कंपनी परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए। पुलिस स्टेशनों, बीट अंलमदार गश्ती दल से संपर्क क्रमांक अपने पास रखें।