दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – लोकसभा चुनाव 2019 के सभी चरणों के मतदान खत्म हो चुके हैं। रविवार शाम आए एग्जिट पोल्स ने एक बार फिर मोदी सरकार की भविष्यवाणी की। एग्जिट पोल्स की मानें तो मोदी एक बार फिर देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। पिछले 5 साल के दौरान मोदी सरकार कई मुद्दों को लेकर विपक्ष के निशाने पर रही है। हालांकि, सरकार ने कई ऐसे कार्य किए हैं, जिसने आम जनता के मन में अच्छी छाप छोड़ी है। पुणे समाचार के एग्जिट पोल्स के मुताबिक, देश में इस बार भी भाजपा की सरकार बनती दिख रही है। बात करें कांग्रेस या पूरा विपक्ष की तो वह फेल होती दिख रही है। अगर सीट की बात करें तो एनडीए को 310 से 325, यूपीए को 110 से 118 और अन्य को 110-120 सीटें मिलने का अनुमान है।
इस वजह से फिर पीएम बनेंगे मोदी –
ओडिशा, पश्चिम बंगाल में भाजपा मार रही बाजी –
भाजपा अपनी एक्ट ईस्ट नीति में सफल होती दिख रही है। यूपी में सपा-बसपा का गठबंधन और मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में अपनी राज्य सरकारें गंवाने के बाद भाजपा ने एक्ट ईस्ट नीति पर काम करना शुरू किया। भाजपा को आशंका था कि लोकसभा चुनावों में उसे हिंदी भाषी क्षेत्रों में सीटें कम मिल सकती हैं। इसलिए उसने अपनी इस नीति पर जोर दिया। इस नीति के तहत उसे पूर्वी राज्यों में अपनी सीटें बढ़ाना था। पश्चिम बंगाल और ओडिशा में भाजपा की सीटें यदि बढ़ती हैं तो ये जीत उसी नीति का नतीजा होगी।
मोदी सरकार के योजनाएं –
इन पांच सालों में मोदी सरकार के कई योजनाएं काम किये। जिसमें स्वछता, शौचालय, उज्ज्वला योजना के माध्यम से घर-घर में गैस पहुंचना। प्रधानमंत्री जन धन योजना इसके मुताबिक, लोगों को मुफ्त में बैंकों में खाता खुला। मुद्रा लोन, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आवास योजना, तेजी से सड़क बनाना, घरों बिजली बिजली आपूर्ति करना आदि ऐसे कई योजनाएं से लोग खुश है। जिसका नतीजा एग्जिट पोल्स में देखने को मिल रहा है।
नोटबंदी –
मोदी सरकार ने जब नोटबंदी का कदम उठाया तो उसपर सबसे ज्यादा विवाद देखने को मिला। क्योंकि उस वक्त 15.41 लाख करोड़ रुपये के नोट बंद हुए थे और उसमें से 15.30 लाख करोड़ रुपये के नोट सिस्टम में वापस आ गए। विशेषज्ञों का मानना है कि इसके चलते देश में आयकर दाता की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ। जो पैसे पहले रियल स्टेट जैसे क्षेत्रों में लगते थे, वे म्युचुअल फंड की ओर भी आए।
जीएसटी –
मोदी सरकार की ओर से जो सबसे बड़ा रिफॉर्म हुआ वे जीएसटी था, क्योंकि 1999 में अटल बिहार वाजयेपी की सरकार ने इसको लेकर एक कमेटी बनाई थी और इसके 18 साल के बाद नरेंद्र मोदी सरकार में इसे लागू किया गया। जीएसटी को यूपीए वन और यूपीए-टू द्वारा लागू नहीं किया जा सका था। सबसे तेज जीएसटी को लागू करने का श्रेय भी मोदी सरकार को जाता है।
रेरा –
बिल्डर्स की मनमानी पर लगाम लगाने वाला कानून रेरा। ये मोदी सरकार की ओर से लाया गया बहुत बड़ा रिफॉर्म था। जिसके बाद अब लोगों को वक्त पर घर मिलने लगे।
विपक्ष हुआ फेल –
यूपी में फेल हुआ सपा-बसपा-रालोद गठबंधन –
एग्जिट पोल की मानें तो देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भाजपा गठबंधन को 80 सीटों में से 58 पर जीत मिल सकती है। पिछले चुनाव में भाजपा गठबंधन को 73 सीटें मिली थीं। यूपी में भाजपा को रोकने के लिए सपा-बसपा और रालोद एक साथ आए थे लेकिन, भाजपा यदि 58 सीटें जीतने में कामयाब हो जाती है तो इसे गठबंधन की नाकामी ही कही जाएगी।
राहुल और प्रियंका का असर नहीं –
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव के दौरान राफेल डील, जीएसटी और नोटबंदी पर लगातार मोदी पर हमला बोला। उन्होंने ‘चौकीदार…’ का नारा दिया। जीएसटी को गब्बर सिंह टैक्स कहा और नोटबंदी को अर्थव्यवस्था को तबाह करने वाले करार दिया लेकिन वह मुद्दों के आधार पर कांग्रेस पार्टी के लिए जनता के बीच भरोसा नहीं जगा पाए। यही नहीं कांग्रेस ने प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में उतारकर बड़ा दांव खेला था लेकिन प्रियंका गांधी इस चुनाव में अपना प्रभाव नहीं छोड़ पाईं।
राजस्थान-एमपी भी गंवा रही कांग्रेस –
हालही में हुए विधानसभा चुनाव में हिंदी भाषी तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस ने बाजी मारी थी। लेकिन एग्जिट पोल में मध्य प्रदेश में भाजपा को 24, छत्तीसगढ़ में सात और राजस्थान में 20 सीटें मिलती दिख रही हैं। जिसके बाद लग रहा है कि कांग्रेस ने इन राज्यों को भी गंवा रही है। 23 मई को ये साफ़ हो जायेगा।