टमाटर के दाम गिरने से किसान निराश

पिछले महीने से टमाटर के दाम लगातार गिर रहे हैं। इससे उत्पादकों में निराशा है। अब किसान टमाटर को खेत से काटकर बाजार में भी नहीं भेजना चाहते है। जिले के कई हिस्सों में किसान बड़े पैमाने पर सब्जी की खेती में लगे हुए हैं। युवा किसान अंगूर, अनार, केला, कस्टर्ड सेब, अमरूद, मिर्च और टमाटर जैसी फसलें ऊगा रहे हैं।

लेकिन बाजार में इन सब्जियों की फसलों के लिए गारंटीकृत मूल्य उपलब्ध नहीं होने के कारण किसानों को अक्सर भारी वित्तीय नुकसान का सामना करना पड़ता है। पिछले कुछ दिनों से टमाटर के दाम लगातार गिर रहे हैं। टमाटर पिछले दिनों 18 से 22 रुपये में खरीदा गया। लेकिन अब रेट 2 से 4 रुपये प्रति किलो मिल रहा हैं।

इस दर पर किसान उपज को खेत से काटकर बाजार में नहीं भेज सकते। नतीजतन कई किसानों ने खेत में ही टमाटर छोड़ दिए। कुछ ने इसे उखाड़ दिया। परिणामस्वरूप, किसानों को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। मंडी में टमाटर के दाम गिरने से किसानों ने कटाई बंद कर दी है। जूस कंपनियों की ओर से इस तरह के सामानों की काफी मांग है। इस तरह के लाल टमाटर 2 रुपये प्रति किलो की दर से जूस कंपनियों से खरीदे जा रहे हैं। लेकिन किसानों को भुगतान के लिए एक माह का समय माँगा जा रहा है।