गन्ने की एफआरपी और दूध दरवृद्धि के लिए किसानों का मोर्चा

पुणे। समाचार ऑनलाइन

गन्ना उत्पादक किसानों को एफआरपी और दूध उत्पादकों को दरवृद्धि देने की मांग को लेकर शुक्रवार को पुणे के अलका चौक से शक्कर संकुल तक किसानों का मोर्चा निकाला गया। इस मोर्चा के नेतृत्व की कमान संभालने वाले स्वाभिमानी शेतकरी संगठन के अध्यक्ष व सांसद राजू शेट्टी ने भाजपा सरकार को निशाना बनाते हुए उसे किसान विरोधी सरकार बताया और उसे सत्ता से उखाड़ फेंकने की चेतावनी दी।

उन्होंने कहा कि, बीते चार सालों में केंद्र व राज्य की भाजपा सरकार किसानों के हित में नीतियां बनाने और फैसले करने को लेकर नाकाम साबित रही है। किसानों के वोटों पर सत्ता पाने के बाद ये सरकार किसानों को ही भुला बैठी है। ऐसी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने के बिना शान्त नहीं बैठेंगे। इस मोर्चा में राज्य के विभिन्न हिस्सों से किसान शामिल हुए थे। उनकी भाजपा सरकार विरोधी घोषणाओं से पूरा इलाका गूंज उठा।

किसानों के मोर्चे का नेतृत्व कर रहे सांसद शेट्टी ने कहा, सरकार ने राज्य के गन्ना उत्पादक किसानों को एफआरपी नहीं चुकाई है। चीनी आयुक्त को इस ओर गंभीरता से ध्यान देना होगा। एफआरपी न देने वाली चीनी मिलों की मिल्कियत जब्त करने की मांग भी उन्होंने की। दूध उत्पादक किसानों की स्थिति विदारक हो चली है। उनके हालातों को सुधारने के लिहाज से प्रति लीटर पांच रुपए किसानों के एकाउंट पर जमा की जाय। इस बारे में सरकार से कई पत्राचार किये मगर उसे लगातार नजरअंदाज किया गया। अगर अब भी सरकार की नींद नहीं टूटी तो उग्र आंदोलन किया जायेगा, यह चेतावनी भी उन्होंने दी।