‘देश में लोकतंत्र की आड़ में बढ़ रहा फासिज्म’

पुणे समाचार

वरिष्ठ कामगार नेता तथा लेखिका कॉ. मुक्ता मनोहर ने पुणे में कहा कि वर्तमान में देश में लोकतंत्र की आड़ में फासिज्म लाया जा रहा है। डॉ. एम. एम. कलबुर्गी, गौरी लंकेश की हत्याएं करना उसी का एक हिस्सा हैं।

बसव समिति तथा वचन अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में पुणे के गांजवे चौक स्थित पत्रकार भवन में हाल ही में महात्मा बसवण्णा सर्वांसाठी विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई थी। इस दौरान मुक्ता मनोहर बोल रही थीं। समारोह में बसव समिति के अध्यक्ष अरविंद जत्ती, मुस्लिम सत्यशोधक मंडल के अध्यक्ष डॉ. शमशुद्दीन तांबोली, विद्रोही विचारवंत प्रा. राजाभाऊ शिरगुप्पे, डॉ. राजेंद्र कुंभार, डॉ. रावसाहेब कसबे, डॉ. कुमार सप्तर्षी, युक्रांद, लोकायत व राष्ट्र सेवा दल के कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

उन्होंने आगे कहा कि देश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि लोकतंत्र की आड़ में फासिज्म लाया जा रहा है। वरिष्ठ लेखक तथा संशोधक डॉ. एम. एम. कुलबुर्गी और पत्रकार गौरी लंकेश की हत्याएं भी इसी का हिस्सा हैं।

प्रा. राजेंद्र कुंभार ने कहा कि महात्मा बसवण्णा बहुजनों के पहले नायक थे। उन्होंने सभी उपेक्षित स्त्री, पुरूषों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दी और श्रम को अधिक महत्व, प्रतिष्ठा दिलाई।

वहीं, अरविंद जत्ती ने कहा कि महत्मा बसवण्णां के वचनों का पूरे विश्व में स्वागत किया जा रहा है। फिलहाल इन वचनों का अरबी भाषा में अनुवाद करने का कार्य जारी है।

संगोष्ठी सफल बनाने में वचन अकादमी के अध्यक्ष डॉ. रत्नाकर लक्षटे, संदीप कल्याणकर, अनंत सिंदालकर, चंद्रकांत खेाचरे तथा बसवराज कणजे का महत्वपूर्ण योगदान रहा।