जम्मू-कश्मीर के स्थानीय युवाओं को मंच देंगे फिल्म निर्देशक  इम्तियाज अली, कहा- बेजोड़ क्षमता इनमें   

मुंबई. ऑनलाइन टीम : फिल्म निर्देशक  इम्तियाज अली  जम्मू-कश्मीर के युवाओं के लिए स्थानीय स्तर पर वर्कशॉप आयोजित करने जा रहे हैं। इसका उद्देश्य स्थानीय युवाओं को एक मंच देना है, ताकि उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिले। उनका मानना है कि जम्मू-कश्मीर में सकारात्मकता कूट-कूटकर भरी है और उनकी क्रिएटिव स्किल्स बेमिसाल है। इसके लिए उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा  से मुलाकात भी की है।

इम्तियाज अली एक भारतीय लेखक, निर्देशक, अभिनेता हैं। वह बॉलीवुड में जब वी मेट, हाइवे जैसी फिल्मों के लिए जाते हैं। इम्तियाज अली का जन्म 16 जून 1971 में जमशेदपुर में हुआ था। वैसे तो वह बिहार के दरभंगा के मुस्लिम परिवार से ताल्लुक रखते हैं। शुरुआती पढ़ाई पटना के संत माइकल स्कूल से की। उसके बाद वह पटना से जमशेदपुर आ गए। फइर आगे का सफर मुंबई से। जम्मू एवं कश्मीर में शूटिंग करने का अनुभव रखने वाले इम्तियाज अली  ने स्थानीय कलाकारों, स्थानीय विषयों, संगीत, कला और स्थानों का उपयोग करके फिल्मों को बनाने में गहरी दिलचस्पी दिखाते हुए कहा कि ये वर्कशॉप संगीतकारों, नर्तकों, गायकों और शिल्पकारों के लिए होंगी। इसके साथ ही स्थानीय वाद्य यंत्रों पर खास ध्यान दिया जाएगा।

बॉलीवुड निर्देशक ने कहा कि युवाओं को अपनी क्षमताओं को दुनिया के सामने बनाने के लिए आगे आना होगा। यहां प्रतिभा की कमी नहीं है। इसलिए बहुत उम्मीद लेकर आया हूं। जम्मू-कश्मीर के युवाओं को ये समझना होगा कि स्वयं को शक्तिशाली बनाने और अपने लोगों की बेहतरी के लिए पहल उन्हें ही करनी होगी। अली ने आगे कहा कि वह पूरी तरह से आश्वस्त हैं कि पुरानी, पारंपरिक लोककथाएं बहुत सारी कहानियों की पेशकश करती हैं, जिन्हें सर्वश्रेष्ठ सिनेमाई प्रस्तुतियों में अनुवाद किया जा सकता है। गौरतलब है कि  इम्तियाज अली बहुत जल्द राधा कृष्ण पर एक फिल्म बनाने वाले हैं। इम्तियाज राधा कृष्ण के शाश्वत प्रेम कहानी पर आधारित एक फिल्म की स्क्रिप्ट लिखेंगे और उसका डायरेक्शन भी खुद करेंगे।