अनुराग कश्यप, रामचंद्र गुहा, अपर्णा सेन, मणि रत्नम सहित 49 लोगों के खिलाफ FIR, राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज

समाचार ऑनलाइन- प्रधानमंत्री को लेटर लिखकर देश में समस्याओं के बारे में चिंता व्यक्त करना अब मानों गुनाह हों गया है. देश की कुछ हस्तियों पर हाल ही में हुई अदालती कार्रवाई इस बात का पुख्ता सबूत है. मॉब लिंचिंग मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक ओपन लेटर लिखने वाले करीब 50 सेलिब्रिटीज के खिलाफ गुरुवार को एक FIR दर्ज की गई है. इन सेलिब्रिटीज में अनुराग कश्यप, रामचंद्र गुहा, मणिरत्नम और अपर्णा सेन के नाम भी शामिल हैं. इनके खिलाफ प्रधानमन्त्री की छवि को धूमिल करने का आरोप लगाया गया है.

इनका गुनाह सिर्फ इतना है कि देशभर खासकर बिहार में बढ़ रहे मॉब लिंचिंग मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए इन्होंने एक लेटर के माध्यम से प्रधानमन्त्री का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की थी. इसके बाद दक्षिणपंथी और भाजपा समर्थक इनके विरोध में लोग खड़े हों गए. इसके बाद देश भर में जैसे भूचाल आ गया हो.

याचिकाकर्ता वकील सुधीर कुमार ओझा द्वारा दायर याचिका पर दो महीने पहले चीफ ज्युडिशियल  मजिस्ट्रेट सूर्यकांत तिवारी द्वारा एक आदेश पारित किए जाने के बाद यह मामला दर्ज किया गया था. गुरुवार को याचिका की सुनवाई के बाद अदालत ने इन सभी के खिलाफ अपराध दर्ज करने का आदेश दिया. पश्चात् पुलिस ने तुरंत अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी की.

लेटर में लगभग 50 हस्तियों ने हस्ताक्षर किए थे, जिनके सभी के खिलाफ FIR दर्ज की गई है.

पुलिस ने कहा कि भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें राजद्रोह, सार्वजनिक उपद्रव, धार्मिक भावनाओं को आहत करना और शांति भंग करने के इरादे से अपमान करना आदि से संबंधी धाराएं शामिल हैं.

बता दें कि,इस साल जुलाई में फिल्म निर्माता मणिरत्नम, अनुराग कश्यप, श्याम बेनेगल, अभिनेता सौमित्र चटर्जी के साथ-साथ गायक शुभा मुद्गल सहित 49 प्रतिष्ठित हस्तियों ने प्रधानमन्त्री को एक ओपन लेटर लिखा था.

लेटर में लिखा गया था कि, मुस्लिमों, दलितों और अन्य अल्पसंख्यकों की लिंचिंग को तुरंत रोका जाना चाहिए.

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