चंदा कोचर मामले में एफआईआर दर्ज, मुंबई, औरंगाबाद समेत कई जगहों पर सीबीआई के छापे

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व-सीईओ चंदा कोचर मामले में सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही मुंबई समेत महाराष्ट्र के चार अलग-अलग जगहों पर सीबीआई छापेमारी कर रही है। मामला दर्ज करने के बाद आज सुबह महाराष्ट्र के चार अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की गयी।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह छापे मुंबई और औरंगाबाद के कुछ ठिकानों पर पड़े हैं। जिसमें औरंगाबाद स्थित वीडियोकॉन का ऑफिस भी शामिल है। पिछले साल अक्टूबर में वीडियोकॉन समूह को लोन दिए जाने के मामले में आरोपों का सामना कर रही चंदा कोचर ने आईसीआईसीआई बैंक की सीईओ प्रबंध निदेशक और बैंक के सब्सिडिअरी के बोर्ड ऑफ़ डायरेक्टर के पद को छोड़ दिया था। बताया जा रहा है कि सीबीआई की छापेमारी-वीडियोकॉन के दफ्तर में छापेमारी जारी है। इसके साथ ही मुंबई के नरीमनपॉइंट दफ्तर समेत 4 जगहो पर सीबीआई की छापेमारी जारी है। बता दें कि इस मामले में चंदा और उनके पति के शामिल होने की आशंका की लंबे समय से जांच हो रही है।

चंदा कोचर पर मार्च 2018 में अपने पति को आर्थिक फ़ायदा पहुंचाने के लिए अपने पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि आईसीआईसीआई बैंक ने वीडियोकोन समूह को 3,250 करोड़ रुपये का लोन मुहैया कराया था। वीडियोकॉन ग्रुप की पांच कंपनियों को आईसीआईसीआई बैंक ने अप्रैल 2012 में 3250 करोड़ रुपये का लोन दिया। ग्रुप ने इस लोन में से 86% यानी 2810 करोड़ रुपये नहीं चुकाए। 2017 में इस लोन को एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग असेट्स) में डाल दिया गया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, वीडियोकॉन समूह के चेयरमैन वेणुगोपाल धूत के कोचर के पति दीपक कोचर के साथ व्यापारिक संबंध थे। वीडियोकॉन ग्रुप की मदद से बनी एक कंपनी बाद में चंदा कोचर के पति दीपक कोचर की अगुवाई वाली पिनैकल एनर्जी ट्रस्ट के नाम कर दी गई। यह आरोप लगाया गया कि धूत ने दीपक कोचर की सह स्वामित्व वाली इसी कंपनी के ज़रिए लोन का एक बड़ा हिस्सा स्थानांतरित किया था। आरोप यह भी है कि 94.99 फ़ीसदी होल्डिंग वाले ये शेयर्स महज 9 लाख रुपये में ट्रांसफ़र कर दिए गए।