एल्गार सभा का माओवादी कनेक्शन,पुख्ता सबूतों के आधार पर हुई है गिरफ़्तारी

पुणे समाचार
माओवादियों के शहरी कनेक्शन को तोड़ने में जुटी पुणे पुलिस ने एल्गार सभा के पीछे नक्सलियों का हाथ सामने आने के बाद पांच लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। सूत्रों के अनुसार पुलिस को कुछ ऐसे सबूत हाथ लगे थे, जिससे साफ होता है कि एल्गार सभा आयोजित करने के लिए माओवादियों ने आर्थिक मदद की थी। गौरतलब है कि कुछ महीने पहले पुलिस ने कबीर कला मंच के कार्यकर्ताओं के घर छापा मारा था। इस दौरान भी उसे कुछ सबूत मिले थे। पुणे पुलिस के ज्वाइंट कमिशनर रविंद्र कदम ने बताया कि पुख्ता सबूतों के आधार पर बुधवार को पुलिस ने दिल्ली से रोना विल्सन, नागपुर से सुरेंद्र गड़लिंग, महेश राऊत, शोमा सेन और मुंबई से सुधीर ढवले को गिरफ्तार किया है। इन पांचों को गिरफ्तार करने के लिए पांच टीमें तैयार की गईं थीं, जिसमें तीन टीमें नागपुर, दिल्ली और एक टीम मुंबई गई थी। हालाँकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि पुलिस कैसे सबूत मिले हैं?

पुराने हैं माओवादियों से रिश्ते
सूत्रों के अनुसार एल्गार सभा का अर्बन माओवादी कनेक्शन है, जिसमें गिरफ्तार पांचों आरोपियों की भूमिका निभाई थी। सुधीर ढवले के पहले भी गडचिरोली और वर्धा में माओवादियों से रिश्तों की बात सामने आई थी। शोभा सेन नागपुर से रिटायर्ड प्रोफेसर हैं। दिल्ली से गिरफ्तार किए गए रोना विल्सन जेएनयू के स्टूडेंट रह चुके हैं, उन्होंने पीएचडी जेएनयू से की है।