नई दिल्लीः उड़ान के दौरान इंटरनेट के इस्तेमाल की खबर ने यात्रियों के चेहरे पर जो मुस्कान बिखेरी है, वह इस सुविधा पर लगने वाले शुल्क के चलते गायब हो सकती है। आपको बता दें कि फ्लाइट में मिलने वाली वाईफाई सुविधा मुफ्त नहीं होगी। विमानन कंपनियों का अनुमान है कि भारतीय सीमा में हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को 3 मिनट से 1 घंटे के बीच फ्लाइट में इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए करीब 500 रुपए से 1000 रुपए चुकाने होंगे। हालांकि इन कीमतों पर आखिरी फैसला इन-फ्लाइट वाईफाई सुविधा उपलब्ध कराने वाली कंपनियों के चुनाव के बाद हो सकेगा। इस भुगतान के एवज में यात्रियों को सीमित एमबी के तहत वेब ब्राउजिंग और ईमेल इस्तेमाल की इजाजत मिलेगी।
अमेरिका का हाल
अमेरिका में फ्लाइट में वाईफाई का इस्तेमाल करने के लिए कीमत डिवाइस के अनुसार निर्धारित की गई है। मसलन, यात्री मोबाइल पर इंटरनेट की सुविधा लेता है तो उसे 331 रुपए से 1336 रुपए के बीच और लैपटॉप के लिए करीब 737 से 3283 रुपए के बीच भुगतान करना होता है। सूत्रों के मुताबिक, विश्व में तीन से चार प्रमुख कंपनियां हैं जो फ्लाइट में वाईफाई की सुविधा उपलब्ध कराती हैं, ज्यादातर भारतीय एयरलाइंस इन्हीं कंपनियों के संपर्क में है। ये कंपनियां इंटरनेशनल मॉडल पर अपनी कीमतें रख सकती है।
अलग-अलग शुल्क
फ्लाइट में इंटरनेट से जुडी तमाम सुविधाओं के लिए यात्रियों को अलग-अलग कीमत चुकानी होगी। जैसे कि ईमेल भेजने, स्वीकारने, वेब ब्राउसिंग,म्यूजिक, वीडियो या फिल्म देखने के लिए अगल होगी। ब्रिटिश एयरवेज अपने यात्रियों के लिए दो पैकेज उपलब्ध कराती है। पहला पैकेज ब्राउज पैकेज है, जिसमें वेब ब्राउजिंग, ईमेल भेजने व स्वीकार करने और मैसेजिंग की सुविधा होती है। दूसरा पैकेज स्ट्रीम पैकेज है, जिसमें ब्राउस पैकेज के अतिरिक्त वीडियो, म्यूजिक और मूवी की सुविधा उपलब्ध होती है।