गिलगित-बाल्टिस्तान चुनाव… इमरान खान की पार्टी आगे, विपक्ष ने लगाया धांधली का आरोप

मुजफ्फराबाद. ऑनलाइन टीम : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी  और विपक्षी दलों के बीच ‘करो या मरो’ की लड़ाई बन चुके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर  के गिलगित-बाल्टिस्तान में रविवार को हुए विधानसभा चुनाव में बड़े पैमाने पर धांधली का आरोप लगा है। विपक्षी दलों पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज ने चुनाव में धांधली करने का आरोप लगाया है, तो  विदेश मंत्री और पीटीआई के वरिष्ठ नेता शाह महमूद कुरैशी ने चुनावों में धांधली के आरोपों से इनकार किया है। चुनाव के बाद वोटों के गिनती की प्रक्रिया शुरू हो गई है और ताजा रुझानों में इमरान खान की पार्टी आगे चल रही है। इन सीटों पर चार महिलाओं समेत कुल 330 उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर का एक हिस्सा पिछले 70 सालों से कब्जाया हुआ है। इस हिस्से को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के रूप में जाना जाता है। बीते दिनों इमरान सरकार ने पीओके के एक हिस्से गिलगित-बाल्टिस्तान को अस्थाई प्रांत का दर्जा दिया और अपने अवैध कब्जे को कानूनी जामा पहनाने के लिए वहां आज चुनाव कराए जा रहे हैं। राजनीतिक सुधारों के 2010 में लागू होने के बाद गिलगित-बाल्टिस्तान में विधानसभा का यह तीसरा चुनाव है। कुल 1141 मतदान केंद्रों में से 577 को संवेदनशील व 297 को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया था। गिलगित-बाल्टिस्तान, पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, सिंध और बलूचिस्तान से 15 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को मतदान केंद्रों पर तैनात किया गया था। क्षेत्र में शिया मुसलमानों की खासी आबादी है।

इस बीच, भारत ने गिलगित-बाल्टिस्तान में चुनाव कराने के फैसले को लेकर पाकिस्तान की निंदा करते हुए कहा है कि सैन्य कब्जे वाले क्षेत्र की स्थिति को बदलने के लिये की गई किसी भी कार्रवाई का कोई कानूनी आधार नहीं है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने सितंबर में ही एक डिजिटल प्रेस ब्रीफिंग में कहा था, ‘सैन्य कब्जे वाले तथाकथित गिलगित-बाल्टिस्तान में स्थिति को बदलने के लिये पाकिस्तान द्वारा की गई किसी भी कार्रवाई का कोई कानूनी आधार नहीं है और यह शुरू से ही अमान्य है।’