पुणे में गिरीश बापट का जलवा बरकरार, जीता चुनाव, बने सांसद 

पुणे : समाचार ऑनलाईन – पुणे लोकसभा सीट से भाजपा-शिवसेना महायुति के उम्मीदवार गिरीश बापट उम्मीद के मुताबिक जीत गए है। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी मोहन जोशी को 3 लाख वोटों से पराजित कर दिया है। इस तरह से गिरीश बापट ने एक बार फिर से अपनी ताकत साबित कर दी है। गिरीश बापट की जीत के बाद भाजपा-शिवसेना  के कार्यकर्ताओं ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गुलाल लगाकर और पेड़े खिलाकर इस खुशी का जश्न मनाया।पुणे लोकसभा सीट के लिए 23 मई को कोरेगांव पार्क स्थित अनाज गोदाम में गुरुवार सुबह आठ 8 बजे से मतगणना शुरू हो गई थी। पहले फेज में ही गिरीश बापट ने मोहन जोशी पर 16 हजार 226 वोटों की बढ़त बना ली थी। इनमें वडगांव शेरी, कोथरूड, कसबा और पर्वती से सबसे अधिक वोट गिरीश बापट को मिले।

लेकिन पुणे कैन्टोन्मेंट बोर्ड और शिवाजीनगर निर्वाचन क्षेत्र में बापट और जोशी के बीच ज्यादा वोटों का फासला नहीं रह गया था। कैन्टोन्मेंट बोर्ड और शिवाजीनगर की झोपड़पट्टियों के वंचित बहुजन आघाड़ी उम्मीदवार अनिल जाधव को काफी अच्छा रिस्पांस मिला। बहुजन विकास आघाड़ी कांग्रेस के पारंपरिक वोटों में बंटवारा कराने में कामयाब रही यह बात पहले ही फेज में साबित हो गया।

दूसरे फेज में पर्वती निर्वाचन क्षेत्र के एक ईवीएम मशीन का सील पहले तोड़े जाने का कांग्रेस के पोलिंग एजेंट ने विरोध किया। इसलिए करीब आधे घंटे तक काउंटिंग रुकी रही। कांग्रेस के उम्मीदवार मोहन जोशी, शहर अध्यक्ष रमेश बागवे, और कांग्रेस के पदाधिकारियों ने चुनाव निर्णय अधिकारी जिलाधिकारी नवल किशोर राम से मुलाकात की। इसके बाद उस मशीन को साइड में रखकर फिर से काउंटिंग शुरू हुई। इसके बाद शिवाजीनगर निर्वाचन क्षेत्र में एक ईवीएम की काउंटिंग होने के बाद बीफ बजने पर मशीन बंद कर दिया गया। यह बात ध्यान में आने पर फिर से कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया। इसके बाद फिर से काउंटिंग रूक गई। कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने लगातार गलतियां दिखाए जाने से पुणे लोकसभा सीट के लिए चल रही काउंटिंग लंबी खिंचती चली गई। बगल में बारामती लोकसभा सीट की काउंटिंग चल रही थी। यहां काउंटिंग पूरी होने के बाद भी दोपहर तीन बजे पुणे लोकसभा सीट के लिए 7 राउंड की ही काउंटिंग हो पाई थी। सातवें राउंड के आखिर में गिरीश बापट ने मोहन जोशी से एक लाख 7 हजार वोटों से आगे निकल चुके थे।