पद्मश्री पुरस्कार से पहले गिरीश प्रभुणे को मिली जब्ती की नोटिस

पिंपरी। क्रांतिवीर चापेकर स्मारक समिति द्वारा संचालित पुनरुत्थान समरसता गुरुकुलम संस्था मुखिया गिरीश प्रभुणे के रूप में पिंपरी चिंचवड़ शहर में देश के सर्वोच्च पुरस्कारों में शुमार पद्मश्री पुरस्कार मिला है। इसके लिए चहुंओर से उन्हें बधाइयां मिल रही हैं। लेकिन क्या आपको पता है, प्रभुणे को पुरस्कार मिलने से एक दिन पहले ही पिंपरी चिंचवड़ मनपा से जब्ती की नोटिस मिली है। असल मे उनकी संस्था के प्रॉपर्टी टैक्स के रूप में एक करोड़ 83 लाख रुपए बकाया है। इसके लिए मनपा ने उन्हें प्रॉपर्टी जब्ती की नोटिस भेजी है। अब इस पर सियासी बवाल मचा हुआ है।
मनपा द्वारा 25 लाख रुपए से ज्यादा राशि का प्रॉपर्टी टैक्स बकाया रहे 325 बकायेदारों को जब्ती की नोटिस जारी की है। इसमें उन्हें सात दिन का अल्टीमेटम देकर प्रॉपर्टी टैक्स चुकाने के लिए कहा गया है। टैक्स न चुकाने की ऐवज में उनकी प्रॉपर्टी जब्त करने की चेतावनी दी गई है। इन बकायेदारों में
गिरीश प्रभुणे की पुनरुत्थान समरसता गुरुकुलम संस्था भी शामिल हैं। 21 जनवरी को नोटिस मिलने के ठीक चार दिन बाद यानी 25 जनवरी को उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मानों में शामिल पद्मश्री पुरस्कार की घोषणा की गई। प्रभुणे को यह पुरस्कार गत कई साल से पारधी समाज के हक और उत्थान के किये गए उल्लेखनीय कार्य के लिए दिया गया है।
पारधी समाज के बच्चों और खासकर लड़कियों को भी शिक्षा मिले, इस समाज का पुनर्वसन हो इसके लिए 1970 से कार्यरत प्रभुणे ने पिंपरी चिंचवड़ में पुनरुत्थान समरसता गुरुकुलम नामक स्वयंसेवी संस्था शुरू की है। यहां पारधी समाज के 200 लड़के और 150 लड़कियां पढ़ाई करते हैं और उनका होस्टल भी है। जिस काम के लिए प्रभुणे को पद्मश्री पुरस्कार मिला है उसी काम के उद्देश्य से बनी संस्था के बकाया प्रॉपर्टी टैक्स के लिए मनपा द्वारा नोटिस जारी की गई है। इस पर काफी नाराजगी जताई जा रही है। वहीं इस मुद्दे पर सियासी बवाल भी मच गया है। इस घमासान में भाजपा, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस में कूद पड़े हैं।
भाजपा नेता आशीष शेलार ने आयुक्त को लगाई डांट
मनपा द्वारा जारी की गई नोटिस के बारे में पूछने पर कर संकलन विभाग की उपायुक्त स्मिता झगड़े ने कहा कि, सभी बकायेदारों को नोटिस नियमानुसार ही जारी की गई है। बहरहाल भाजपा के वरिष्ठ नेता आशीष शेलार ने मनपा आयुक्त को फटकार लगाई है। पिंपरी चिंचवड़ मनपा में भाजपा की सत्ता है और यहां महापौर भाजपा का है, जब इस ओर उनका ध्यानाकर्षित किया गया तब उन्होंने कहा कि, प्रशासन की हर नोटिस या कार्रवाई के बारे में महापौर को मालूम नहीं होता है। मगर क्या मनपा आयुक्त का दिमाग ठिकाने पर है? यह सवाल उठाते हुए उन्होंने आयुक्त पर कार्रवाई और प्रभुणे को भेजी गई नोटिस स्थगिति देने की मांग की है।
मनपा में तो भाजपा की सत्ता: अजीत पवार
अहमदनगर में संवाददाताओं द्वारा ध्यानाकर्षित करने पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कटाक्ष किया कि पिंपरी चिंचवड़ मनपा में तो भाजपा की सत्ता है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि किसी को कोई भी पुरस्कार या सम्मान मिले उसे अपना रिकॉर्ड क्लियर रखना चाहिए। मनपा आयुक्त श्रावण हार्डिकर फिलहाल छुट्टियों पर हैं उनके ड्यूटी पर लौटने के बाद उनसे इस बारे में जानकारी ली जायेगी। अगर कार्रवाई या नोटिस में कुछ खामी होगी तो उसे दूर किया जाएगा। विधानपरिषद की सभापति डॉ नीलम गोरहे ने नोटिस के लिए खेद प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि नोटिस देने से पहले प्रभुणे से मिलकर चर्चा करनी चाहिए थी। उनकी संस्था के प्रॉपर्टी टैक्स बकाए के मसले को जल्द से जल्द सुलझाने के आदेश उन्होंने मनपा प्रशासन को दिए हैं।