गोवा के मंत्री राणे को मोदी व शाह ने धमकाया : चेला कुमार

पणजी, 8 जनवरी (आईएएनएस)- गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे एक विवादास्पद ऑडियो क्लिप में यह कहते सुने गए कि राफेल सौदे से संबंधित फाइलें मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के बेडरूम में है।

उन्हें भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेताओं से धमकी मिली है। एआईसीसी के महासचिव ए.चेला कुमार ने मंगलवार को यह बात कही। पणजी में कांग्रेस के एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बात करते हुए कुमार ने यह भी रहा कि 2017 में राणे जिस दिन भाजपा में शामिल होने के लिए कांग्रेस छोड़ रहे थे, उससे एक दिन पहले वे उससे मिले थे और कहा था कि उन्हें और उनके परिवार को धमकियां मिली है।

राणे ने हालांकि कहा कि कुमार द्वारा किया गया दावा ‘बकवास’ है।

कुमार ने कहा, “‘वे मेरे परिवार के पीछे पड़े हैं, वे मेरे जीवन के पीछे पड़े हैं। यही कारण है कि मैं (विश्वजीत राणे) यहां हूं।’ उन्होंने ऐसा मुझसे कई बार कहा। वे एक साल से लगातार मेरे संपर्क में है.. मैं किसी भी टेस्ट के लिए तैयार हूं। मैं कोई झूठ नहीं बोल रहा हूं।”

कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह राणे को डरा रहे थे।

कुमार ने यह भी कहा कि राणे ने अपने परिवार को बचाने के लिए दवाब में कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। उनका परिवार खतरे में था।

कुमार ने कहा, “मैं अपने परिवार को बचाना चाहता हूं। यह उन्होंने पार्टी छोड़ने के 24 घंटे पहले मुझे बताया था।”

कुमार की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया करते हुए, राणे ने कांग्रेस नेता पर ‘बकवास करने’ का आरोप लगाया।

राणे ने कहा, “मैंने ऐसा कभी नहीं सुना है कि किसी को भाजपा में शामिल होने की धमकी दी गई हो। यह कांग्रेस संस्कृति का हिस्सा हो सकता है ..चेला कुमार जो बातें कर हैं वह बकवास और पागलपन है। यह चेला कुमार की सरासर निराशा है।”

विवादास्पद ऑडियो क्लिप जिसने संसद में हंगामा खड़ा कर दिया था। उसमें राणे को एक स्थानीय संपादक को यह कहते सुना गया कि पूर्व रक्षा मंत्री, पर्रिकर ने गोवा के मंत्रियों की एक बैठक में कहा था कि राफेल सौदे से जुड़ी फाइलें उनके बेडरूम में छिपा कर रखी गई है।

राणे ने दावा किया है कि उस टेप से छेड़छाड़ की गई है, जबकि पर्रिकर ने इस पर टिप्पणी करने से इनकार किया है।

इस दौरान राणे ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में मामले की पुलिस जांच की मांग की है। पुलिस महानिदेशक मुक्तेश चंदर ने कहा है कि राज्य सरकार से इस तरह का कोई निर्देश नहीं मिला है कि ऑडियो क्लिप असली थी या नहीं इसकी जांच की जाए।

इस बीच, कांग्रेस ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को लिखे पत्र में राणे को बर्खास्त करने और केंद्रीय एजेंसियों द्वारा जांच की मांग की है।