खुशखबरी ! वायुसेना को मिला ब्रह्मोस, जमीन से समंदर तक होगा अपना राज, तबाह होंगे दुश्मनों के इरादे

नई दिल्ली, 18 दिसंबर – देश मिसाइल के क्षेत्र में हर दिन आसमान की नई ऊंचाइयों को छू रहा है. देश की बढ़ती ताकत के प्रतीक इस प्रगति ने देश को दुनिया के कुछ गए देशों की कतार में लाकर खड़ा कर दिया है. वायुसेना को अब ब्रह्मोस मिसाइल मिल गया है. इसने अपने सारे चरणों को सफलतापूर्वक पूरा करके टारगेट में अचूक निशाना लगाया है. इसके साथ ही ब्रह्मोस मिसाइल से सुखोई फाइटर को लैस करने का काम पूरा हो गया है.

  ब्रह्मोस मिसाइल 2. 5 टन वजनी
रूस के सहयोग से बने ब्रह्मोस को बेहद अचूक और कारगर माना जाता है. इसे अब तक भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में शामिल किया जा चुका है. इसके सामने आने से दुश्मनों के अंदरूनी ठिकानों पर अचूक हमला करने की ताकत मिल गई हैं. सुखोई में फिट होने वाली ब्रह्मोस मिसाइल 2. 5 टन वजन का है और इसकी रेंज 300 किमी है.

बार बार किया गया परिक्षण 
इससे पहले 22 मई 2019 को जमीं पर बनाये गए एक टारगेट को सुखोई से फायर हुई ब्रह्मोस ने नेस्तनाबूत कर दिया था. 17 दिसंबर को भी एक बार फिर समुन्द्र टारगेट पर फायर किया गया, इसके कामयाब होने के बाद साफ हो गया कि ब्रह्मोस के सारे सिस्टम सुखोई के साथ मैच कर गए है और यह दुश्मनों पर वार करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.