गूगल मैप ने चार महीने बाद बेटी को पिता से मिलाया

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – गूगल मैप हमें सड़क, ट्रैफिक के साथ-साथ वहां पहुंचने में लगने वाले समय भी बताता है। इन सब के अलावा गूगल मैप ने एक बिछड़ी हुई बेटी को अपने पिता से भी मिलवाया। यह मामला वाकय में काफी हैरान करने वाला है। दरअसल दिल्ली में गूगल मैप के दौरा ही चार महीने बाद एक बेटी को अपने पिता से मिलाया गया। आज हमारे जीवन में टेक्नोलॉजी कितना महत्वपूर्ण है। इस का ये जीता जागता उदाहरण है।

क्या हैं पूरा मामला –
पुलिस द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक, बच्ची 21 मार्च को होली के दिन कीर्ति नगर के निकट ई-रिक्शा में सवार हुई थी। जब बच्ची मेट्रो स्टेशन पर नहीं उतरी तो ई-रिक्शा चालक ने उससे पूछा कि वह कहां जाना चाहती है, लेकिन उसने कोई जवाब नहीं दिया। वह उसे रात 8 बजकर 33 मिनट पर कीर्ति नगर पुलिस थाने ले गया। शुरुआती जांच के दौरान बच्ची अपना घर याद नहीं कर सकी और उसने केवल यह कहा कि वह ‘खुर्जा’ गांव से है और उसके पिता का नाम जीतन है।

बाद में पुलिस ने दिल्ली के खजूरी खास और खुरेजी इलाकों में तलाश की चूंकि इन इलाकों का नाम ‘खुर्जा’ शब्द से मिलता-जुलता है, लेकिन उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दायर कराये जाने की कोई जानकारी नहीं मिली। इसके बाद वे मानसिक रूप से कमजोर बच्ची को नजदीकी जेजे कॉलोनी ले गए, लेकिन कोई भी उसे पहचान नहीं पाया। बाद में पुलिस ने उससे उसके गांव के आसपास के इलाकों के नाम पूछे। बच्ची ने बताया कि उसकी मां का गांव सोनबरसा है और उसके गांव के निकट साकापर नामक जगह है।

इसके बाद पुलिस को गूगल मैप के जरिये पता चला कि उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में साकापर, सोनबरसा और ‘खुर्जा’ नाम के गांव हैं। पुलिस ने उसके परिवार का भी पता लगा लिया। बाद में बच्ची को परिवार के हवाले कर दिया गया।