वक्फ बोर्ड की जमीन हड़पकर सरकार व लोगों से धोखाधड़ी 

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन –  राष्ट्रवादी कांग्रेस के वरिष्ठ नगरसेवक और पिंपरी चिंचवड़ शहर के भूतपूर्व उपमहापौर हीरानंद उर्फ डब्बू आसवानी ने एक सँवाददाता सम्मेलन के जरिये चिंचवड़गांव में सर्वे नं 287 में एक हेक्टेयर 69 आर क्षेत्र जोकि वक्फ बोर्ड को दी गई है, को धोखाधड़ी से हड़पने की साजिश का पर्दाफाश किया है। सरकार के नियम के अनुसार, वक्फ बोर्ड की ऐसी जमीन न बेची जा सकती है न किराए या लीज पर दी जा सकती है। इसके बावजूद, तलाठी, नोडल अधिकारी और निर्माण व्यवसायी मे वैष्णव कंस्ट्रक्शन पार्टनरशिप फर्म के साझेदार पवन रघुमल वाधवानी और कन्हैया मोहनधर राजपूत ने फर्जी दस्तावेज़ के आधार पर इस जमीन को अपने नाम लिखवा लिया है। अब उसकी प्लॉटिंग कर लोगों को बेचने को कोशिश की जा रही है।
उन्होंने बताया कि, उक्त जमीन के मूल मालिक हसीदाबाई आप्पाबाई दारुवाले व अन्य थे। उन्होंने
13 जुलाई 1944 को वक्फनामा तैयार कर अपनी जमीन वक्फ बोर्ड को दान कर दी। वक्फनामा के अनुसार जमीन के 7/12 पर अहमदभाई मनुलाल दारुवाले वक्फ मुतवल्ली रजिस्टर्ड है। इसके बावजूद वैष्णवी कन्स्ट्रक्शन नामक साझेदारी फर्म की ओर से साझेदार पवन रघुमल वाधवानी व कन्हैया मोहनदार रजपुत ने सरकारी अधिकारी, मंडल अधिकारी व तलाठी के साथ मिलीभगत कर 7/12 पर अपना नाम दर्ज कराया। जबकि कानूनन ऐसा किया नहीं जा सकता। अब ये बिल्डर्स उस जमीन की प्लॉटिंग कर लोगों को बेचने की तैयारी शुरू की है। अगर कोई गरीब या मध्यमवर्गीय यह प्लॉट खरीदता है तो वह बेवजह धोखाधड़ी का शिकार बन जायेगा। इस मामले की जांच कर संबंधित बिल्डरों और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज करने की मांग आसवानी ने की है।