शनिवार को कोल्हापुर के गांधी मैदान में लोकसभा उम्मीदवार डॉ. अरुणा माली व हातकणंगले लोकसभा सीट से उम्मीदवार हाजी असलम सैयद के प्रचार की लिए आयोजित सभा में वे बोल रहे थे । उन्होंने कहा कि आरबीआई दवारा निकलने वाली नोटों पर गवर्नर का हस्ताक्षर होता है । लेकिन प्रधानमंत्री ने कालेधन वालो को रहत देने के लिए नोटबंदी का निर्णय लिया। नोटबंदी के निर्णय के बाद 30 से 70% तक कमीशन लेकर पुराने नोटों को बदलने वाली ये सरकार चोर है, लुटेरी और डाकुओं की सरकार है ।
उन्होंने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए पुलिस जान देकर लड़ती है । मुंबई हमले में कसाब को जिन्दा पकड़ कर पाकिस्तानी चेहरे को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब किया। उस पुलिस दल पर सभी को गर्व है. जिस वक़्त कसाब गुजरात के पोरबंदर से मुंबई में दाखिल हुआ, उस वक़्त गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी थे । उसकी जांच कांग्रेस ने क्यों नहीं की? हमले में अशोक कामटे, हेमंत करकरे, विजय सालस्कर सहित कई अधिकारी शहीद हुए । उन शहीदों का अपमान करने वाली साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है । साध्वी ने कहा है कि उसके श्राप के कारण हेमंत करकरे की हत्या हुई । लेकिन इस श्राप की गोली आई कहा से? जो प्रधानमंत्री शहीदों का गुणगान कर वोट मांग रहे हैं, उन शहीदों का अपमान करने वाले को उम्मीदवार कैसे बना रहे हैं? कोल्हापुर में धनवानों की राजनीति चलती है इसलिए कोल्हापुर पूंजीपतियों का कैदखाना बन गई है । इस कैदखाने से छुटकारा पाने के लिए आघाड़ी के उम्मीदवार को विजय बनाये।