लोगों को बड़ी राहत; पांच पुलों से यातायात पूर्ववत

पुणे/पिंपरी : समाचार ऑनलाईन –  संततधार बारिश और मुलशी और पवना डैम से लगातार छोड़े जा रहे पानी से पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहर का जनजीवन दो दिन प्रभावित रहा। हालांकि मंगलवार को बारिश का जोर कम होने से थोड़ी राहत मिली है। बीते दिन पुलों पर जलजमाव से ट्रैफिक पुलिस ने एहतियात के तौर पर पुणे और पिंपरी चिंचवड़ शहरों को जोड़नेवाले चार समेत सात ब्रिज पर से यातायात बंद की गई थी। आज इनमें से पांच ब्रिज की यातायात शुरू किए जाने से लोगों ने काफी राहत महसूस की। हालांकि पुणे के दो ब्रिज की यातायात अब तक बंद ही है।
सोमवार को लगातार दूसरे दिन भी पुणे और पिंपरी चिंचवड़ में बाढ़ की स्थिति बनी रही। नवी सांगवी, पिंपरी भाटनगर, सुभाषनगर, मिलिंदनगर, संजय गांधीनगर, कालेवाडी, रहाटनी, पिंपले गुरव, पिंपले सौदागर, वाकड, कासारवाडी, फुगेवाडी, दापोड़ी परिसरों में कई बस्तियों व सोसाइटियां जलमग्न रही। सांगवी, पिंपले गुरव, पिंपले निलख, वाकड, हिंजवडी इलाकों के लोगों का पुणे से संपर्क टूट गया। औंध डी मार्ट औंध-रावेत बीआरटी मार्ग से जानेवाले पुराना औंध ब्रिज, औंध का राजीव गांधी ब्रिज, स्पायसर कॉलेज रोड पर इंडियन ऑइल पेट्रोल पंप के पास के ब्रिज और दापोड़ी से बोपोड़ी को जोड़नेवाले ब्रिज की यातायात बन्द कर दी गई थी। इसका विपरीत असर दापोड़ी हैरिस ब्रिज मार्ग से पुणे- मुंबई हाइवे और पुणे- बेंगलुरु हाइवे की यातायात पर नजर आया। देर रात तक यहां कइयों किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रही।
मंगलवार को तड़के से ही बारिश ने राहत दी है। सुबह से बारिश का जोर कम रहा, मुलशी और पवना डैम से पानी छोड़ने का प्रमाण भी घटता गया। नदी का जलस्तर घटने से पुणे और पिंपरी चिंचवड़ के बंद किये गए सात में से पांच पुलों की यातायात शुरू कर दी गई। इससे दोनों शहरों के नौकरीपेशा, व्यवसायी और विद्यार्थी वर्ग को काफी राहत मिली। क्योंकि कल कइयों को लौट जाना पड़ा था और जिन्होंने बोपोड़ी, बालेवाड़ी जैसे विकल्पों को चुना उन्हें भारी ट्रैफिक जाम का सामना करना पड़ा। चतुःश्रृंगी ट्रैफिक पुलिस के अनुसार आज सुबह से औंध- सांगवी राजीव गांधी पुल, औंध-जुना सांगवी पुल औंध-सांगवी महादजी शिंदे पुल, दापोड़ी- बोपोडी भाऊ पाटील रोड पुल, बानेर- पिंपले निलख डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर पुल की यातायात शुरू कर दी गई है। हालांकि पुणे में बाबा भिडे पुल और तिलक पुल की यातायात बंद ही रखी गई है।