जीएसटी कलेक्शन 1 लाख करोड़ के पार

नई दिल्ली | समाचार ऑनलाइन – जीएसटी का कलेक्शन पांच महीने बाद एक बार फिर से एक लाख करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गई। जिसके बाद दिवाली से पहले सरकार को बड़ा तोहफा मिला है। इसकी अहम वजह बाजार में त्यौहारी मांग का बढ़ना और सरकार का कर-चोरी रोकने के उपाय करना है। इस पर वित्त मंत्रालय ने आज कहा कि, अक्टूबर माह में 67.45 कारोबारों ने जीएसटी रिटर्न दाखिल किए। माह के दौरान कुल जीएसटी प्राप्ति 1,00,710 करोड़ रुपए रही। पिछले माह सितंबर में यह 94,442 करोड़ रुपए रहा था।

इस पर जेटली ने ट्वीट कर कहा कि, अक्टूबर 2018 में जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। यह जीएसटी दरों को कम करने, कर चोरी रोकने, बेहतर अुनपालन, पूरे देश में एक ही कर होने और कर अधिकारियों के नगण्य हस्तक्षेप की सफलता है। मंत्रालय के आधिकारिक बयान के मुताबिक कुल जीएसटी संग्रह में कुछ राज्यों का प्रदर्शन असाधारण रहा है। इसमें केरल का योगदान 44 प्रतिशत, झारखंड का 20 प्रतिशत, राजस्थान का 14 प्रतिशत, उत्तराखंड का 13 प्रतिशत और महाराष्ट्र का 11 प्रतिशत है।
इस साल अप्रैल में पहली बार जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर 1,03,458 करोड़ रुपए पर पहुंच गया था। उसके बाद से यह लगातार 90,000 करोड़ रुपए के ऊपर बना हुआ है। सरकार ने चालू वित्त वर्ष में हर माह एक लाख करोड़ रुपए के जीएसटी संग्रह का लक्ष्य रखा है। मई में जीएसटी संग्रह 94,016 करोड़ रुपए, जून में 95,610 करोड़ रुपए, जुलाई में 96,483 करोड़ रुपए, अगस्त में 93,960 करोड़ रुपए और सितंबर में 94,442 करोड़ रुपए रहा था।
अक्टूबर के कुल जीएसटी संग्रह में केन्द्रीय जीएसटी 16,464 करोड़ रुपए, राज्य जीएसटी 22,826 करोड़ रुपए और एकीकृत जीएसटी 53,419 करोड़ रुपए रहा। एकीकृत जीएसटी में आयात पर संग्रह किया गया 26,908 करोड़ रुपए का कर शामिल है। इसके अलावा उपकर से 8,000 करोड़ रुपए जीएसटी संग्रह हुआ है।