प्रचार से दूर रहे भाजपा नगरसेवकों के पालकमंत्री ने चेताया

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – आला नेताओं के मनोमिलन के बाद भी मावल व शिरूर निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा- शिवसेना नगरसेवकों व दूसरे नेता प्रचार के आखिरी पड़ाव तक मनोमिलन और शिवसेना प्रत्याशियों के प्रचार से दूर ही हैं। शिवसेना नेताओं की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पालकमंत्री गिरीश बापट ने शुक्रवार को पिंपरी के आलीशान होटल में भाजपा के नगरसेवकों व वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने प्रचार से दूरियां बनाए बैठे नगरसेवकों व नेताओं के कान खींचे। साथ में यह चेतावनी भी दी कि, नगरसेवकों व नेताओं के क्षेत्रवार वोटिंग के आधार पर ‘परफॉर्मेंस ऑडिट’ किया जाएगा और उस ऑडिट के आधार पर ‘ईनाम’ दिया जाएगा। अब पालकमंत्री की यह चेतावनी कितनी असरदार साबित होती है? यह देखना दिलचस्प होगा।
मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र में शिवसेना के सांसद श्रीरंग बारणे दूसरी और शिरूर लोकसभा चुनाव क्षेत्र से शिवसेना सांसद शिवाजीराव आढ़लराव पाटिल चौथी बार अपना नसीब आजमा रहे हैं। इन दोनों का क्रमवार भाजपा के शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप और विधायक महेश लांडगे के साथ ’36’ का आंकड़ा रहा। उनके समर्थक भी एक- दूसरे पर ‘खुन्नस’ खाते रहे। शिवसेना के दोनों सांसदों और भाजपा के विधायकों के मनोमिलन के लिए आला नेताओं को काफी मशक्कत करनी पड़ी। उसमें भी बारणे और जगताप के मनोमिलन की कोशिशें तो अखबारों की सुर्खियां बनी रही। जब बारणे ने जगताप पर लगाए गए सभी गंभीर आरोपों को खुले तौर पर वापस लिया तब कहीं जाकर दोनों का मनोमिलन हुआ और वे शिवसेना सांसदों के प्रचार में जुट गए।
विधायक जगताप और विधायक लांडगे के मनोमिलन को उनके समर्थकों ने दिल से स्वीकार नहीं कर पाए। खासकर जगताप के वे समर्थक जो केवल बारणे नहीं चाहिए बस इस एक वजह से जगताप के साथ थे, वे नेताओं के मनोमिलन के बाद भी प्रचार से दूर रहे। केवल बैठकों में हाजिरी लगाने भर के बाद ऐसे समर्थक नगरसेवक व नेता शिवसेना के प्रचार में दिल से शामिल नहीं हो रहे हैं। कुछ ऐसी ही तस्वीर शिवसेना में भी है। जगताप को नापसंद करनेवाले नेता व नगरसेवक बारणे के साथ थे मगर अब जब दोनों नेता साथ हो गए तो वे दरकिनार हो गए। पुराने शिवसैनिकों का एक खेमा भी प्रचार से दूरियां बनाये हुए रहा। इसे गंभीरता से लेकर शिवसेना के संपर्क प्रमुख रविन्द्र मिर्लेकर पिंपरी चिंचवड शहर में आने के बाद यह खेमा अब प्रचार में कुछ सक्रिय हो गया है।
इसके बाद बारी थी भाजपा के उन नगरसेवक और नेताओं की जो वरिष्ठ नेताओं के मनोमिलन के बाद भी प्रचार से दूरियां बनाए हुए थे। आज पुणे जिले के।पालकमंत्री गिरीश बापट पिंपरी चिंचवड शहर में पधारे थे। पिंपरी के एक स्टार होटल में भाजपा नगरसेवकों और नेताओं की बैठक में वे शामिल हुए। उन्होंने शिवसेना प्रत्याशी को लीड से जिताने के लिए एकजुट होने के आदेश दिए। साथ में प्रभागवार मतदान की व्यूहरचना बनाई। मतदान केंद्रों में होनेवाली वोटिंग के आधार पर नगरसेवकों और नेताओं का ‘परफॉर्मेंस ऑडिट’ करने और उस ऑडिट के आधार ‘ईनाम’ देने की चेतावनी भी दी। इस बैठक में राज्यसभा सांसद अमर साबले, शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप, पिंपरी चिंचवड नवनगर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सदाशिव खाड़े, महापौर राहुल जाधव, उपमहापौर सचिन चिंचवडे, सभागृह नेता एकनाथ पवार, स्थायी समिति अध्यक्ष विलास मडिगेरी समेत कई नेता, पदाधिकारी मौजूद थे।