‘गुजरात ने दलित युवाओं के खून से खेली होली’

गांधीनगर : समाचार ऑनलाइन – गुजरात के मेहसाणा से समाज को शर्मसार कर देने वाली एक घटना सामने आई है। जहां कक्षा 12वीं के एक 17 वर्षीय दलित छात्र की पिटाई कर दी। मिली जानकारी के अनुसार, 18 मार्च की दोपहर में दो लोगों ने छात्र को पेड़ से बांध दिया और उसकी पिटाई। छात्र की पिटाई के बाद की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में उसके शरीर पर चोट के निशान आ रहे हैं। वहीं लोकसभा चुनाव से ठीक पहले हुई यह घटना आग की तरह हर तरफ फैल रहा है।

रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित की कक्षा 12 की परीक्षाएं चल रही हैं। घटना उस वक्त घटी जब वह इंग्लिश का पेपर देने गया था। पीड़ित को फिलहाल मेहसाणा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ित की एफआईआर में दर्ज बयान के अनुसार, वह करीब 1 बजे बस से धिनौज गांव में स्थित परीक्षा केंद्र, सार्वजनिक विद्या मंदिर हाई स्कूल पहुंचा। जब मैं परीक्षा केंद्र के बाहर इंतजार कर रहा था तभी रमेश सिंह जिसे में चेहरे से जानता हूं और जो स्टेट ट्रांसपोर्ट में बस कंडक्टर है, उसके पासा गया। उसने कहा कि उसे उससे कुछ काम है और अपने साथ जाने के लिए कहा। वह उसे एक दूसरे आदमी के पास ले गया जो बाइक पर इंतजार कर रहा था। दोनों मुझे पास के गांव के खेत में लेकर गए। पीड़ित का कहना है कि उसने दोनों से कहा कि वे उसे छोड़ दें नहीं तो पेपर छूट जाएगा, लेकिन दोनों ने कहा कि वह चिंता न करे पेपर शुरू होने से पहले वे उसे परीक्षा केंद्र पहुंचा देंगे। बाद में दोनों ने उसे एक नीम के पेड़ पर बांध दिया और छड़ी से उसकी पिटाई शुरू कर दी।

रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ित की मां ने कहा कि जब उनके बेटे ने उनसे पीटने की वजह पूछी तो उन्होंने उसे गाली दी और कहा कि उसे पढ़ने और परीक्षा देने के बजाए मजदूरी करनी चाहिए। इस घटना के बाद गुजरात के दलितों में गुस्सा है। दलित नेता और वडगाम से निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि गुजरात ने दलित युवाओं के खून से होली खेली। घटना के बाद मेवाणी ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि कल्पना कीजिए कि आप अपने 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा के लिए पढ़ाई कर रहे हैं। आप परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने वाले हैं। यह अपने भविष्य और करियर के बारे में सोचने का क्षण है। परीक्षा से कुछ मिनट पहले दो अजनबी लोग आपको बुलाते हैं और आपको एक अनजान जगह पर ले जाते हैं। इसके बाद वे आपको पेड़ से बांध देते हैं और आपको निर्दयता से पीटते हैं। आपकी प्रतिक्रिया क्या होगी?

घटना के बाद पीड़ित छात्र ने परीक्षा नहीं दी। उसने घटनास्थल से टैक्सी ली और अपने घर आ गया। उसने घर पर इस बारे में किसी को कुछ नहीं बताया, गुरुवार को जब वह स्नान कर रहा था तब उसकी मां ने उसके शरीर पर चोट के निशान देखे और पूरी घटना के बारे में जानकारी ली। पुलिस ने आईपीसी की धारा 323, 341, 504, 506 (2) और 114 के तहत मामला दर्ज किया है।