शिवप्रेमियों में ख़ुशी ! 8 महीने के बाद रायगढ़ का रोपवे पर्यटकों के लिए खुला

महाड, 23 नवंबर लॉकडाउन की अवधि और उसके बाद जमीन के विवाद में फंसे होने के कारण आठ महीने से बंद रायगढ़ रोपवे पर्यटक और शिवप्रेमियों के लिए खोलने का आदेश महाड़ कोर्ट ने दिया है ।   इस आदेश के बाद शिवप्रेमियों में आनंद का वातावरण है।  अनलॉक के बाद रायगढ़ किला पर्यटकों के लिए खोल दिया  गया है।  लेकिन रोपवे बंद था।  इससे पर्यटक निराश थे।  अब यह परेशानी दूर हो गई है।

यह छत्रपति शिवराय के हिंदवी स्वराज की राजधानी रही है।  महाराष्ट्र की अस्मिता माने जाने वाले रायगढ़ किले को देखने की अधिकांश लोगों की इच्छा रहती है। लेकिन रायगढ़ जाने के लिए 1 हज़ार 400 सीढ़ियां और दुरी कम होने की वजह से पांव कांपने लगता है।  इसलिए बीमार, दिव्यांग व्यक्ति इच्छा होते हुए भी इससे दूर रहते है।  सामान्य लोग रायगढ़ देख पाए इसलिए 1996 में रायगढ़ रोपवे तैयार किया गया।  इस वजह से केवल चार मिनट में रायगढ़ पहुंचना संभव हुआ।
रायगढ़ रोपवे की वजह से रायगढ़ में पर्यटकों की संख्या तेज़ी से बढ़ी है। परिसर में व्यवसाय बढ़ा है। लेकिन लॉकडाउन की अवधि में रायगढ़ किला और रोपवे पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था।  अनलॉक के बाद महाराष्ट्र के पर्यटन स्थलों को खोला गया लेकिन रोपवे बंद था।  इस पर जिलाधिकारी ने पर्यटकों के लिए रायगढ़ किला खोलने का आदेश दिया था।  लेकिन किला खुलने के बाद भी रोपवे बंद था ।   इसी दौरान रोपवे की जगह को लेकर विवाद खड़ा हो गया।  हीरकणी वादी के औकिकार परिवार ने रोप की जमीन को अपना बताते हुए यहां पर पर्यटकों और प्रशासन का विरोध किया था।  जमीन के विवाद से शिवप्रेमी और पर्यटक भड़क रहे थे।  इसी बीच जोग इंजीनिअरिंग कंपनी ने रोपवे शुरू करने के लिए कोर्ट का  दरवाजा खटखटाया।
रायगढ़ आने वाले पर्यटकों के साथ शिवप्रेमी के हितों को ध्यान में रखते हुए महाड कोर्ट ने रोपवे खोलने का आदेश दिया है।