युवा हेमंत सोरेन के सिर सजेगा झारखंड का ताज, गठबंधन को मिली 47 सीटों पर जीत

रांची, 24 दिसंबर – झारखंड मुक्ति मोर्चा के बेहतर प्रदर्शन और भाजपा के ख़राब प्रदर्शन ने जहा हेमंत सोरेन के लिए दुबारा मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ कर दिया है तो वही रघुवर दास के दुबारा मुख्यमंत्री बनने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. इस चुनाव में जेएमएम गठबंधन को 47 सीटें मिली है.

भाजपा नरेंद्र मोदी और अमित शाह की कई रैलियां करवा कर फिर से सत्ता में वापसी का सपना देख रही थी. लेकिन ये कोशिश काम नहीं आई और भाजपा को 81 सीटों वाले विधानसभा में 25 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है. इस चुनाव में सबसे दिलचस्प ये रहा कि मुख्यमंत्री रघुवर दास जमशेदपुर (पूर्वी ) से चुनाव हार गए. इस चुनाव में रघुवर दास को 15833 वोटो से हार का सामना करना पड़ा.

37 से 25 सीटों पर सिमटी बीजेपी
इस चुनाव में भाजपा को केवल 25 सीटों पर ही जीत मिली। पिछले चुनाव में उसे 37 सीटों पर जीत मिली थी. उस वक़्त भाजपा 72 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. इस चुनाव में अकेले जेएमएम 30 सीटों पर जीत मिली। वैसे भाजपा की तरह जेएमएम भी अकेले बहुमत के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई. राजद को इस चुनाव में केवल 1 सीट पर जीत मिली। ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन (आजसू ) को इस चुनाव में 5 सीटों पर जीत हासिल की. बाबूलाल मरांडी की पार्टी झारखंड विकास मोर्चा को केवल 3 सीटों पर जीत मिली।

इस चुनाव में हेमंत सोरेन दुमका और बरहेट दोनों ही सीट से चुनाव जितने में सफल रहे. दुमका से भाजपा के डॉ. लुईस मरांडी को हेमंत सोरेन ने 13, 188 वोटों से हरा दिया। वही बरहेट में हेमंत सोरेन 25, 740 वोटों के अंतर से चुनाव जीते।

आम चुनाव के बाद तीसरी हार
आम चुनाव के बाद झारखंड तीसरा राज्य है जहां भाजपा चुनाव हारी है. हरियाणा में भाजपा ने किसी तरह वापसी कर ली लेकिन महाराष्ट्र हाथ से निकल गया. अब पार्टी को झारखण्ड में हार का मुँह देखना पड़ा है.