हिंजवड़ी :  स्ट्रीट लाइट लगाने के दौरान  करंट लगने से तीन की मौत, एक जख्मी

पिंपरी, 30 दिसंबर : रविवार की शाम एक बड़ी लापरवाही ने तीन लोगों की जान ले ली. घटना की भयावहता इसी से समझा जा सकता है कि बिजली का करंट लगने के बाद तीनों के शव वायर से चिपके ही रहे. इस घटना ने एक तरफ लोगों के रोंगटे खड़े कर दिए है दूसरी तरफ महावितरण और कॉन्ट्रैक्टर की लापरवाही को नंगा करके रख दिया है.

एमआईडीसी रोड पर स्ट्रीट लाइट लगाने के दौरान घटी घटना में तीन लोगों की मौत हो गई  है. जबकि इस घटना में एक गंभीर रूप से जख्मी हो गए. यह घटना रविवार की शाम साढ़े 6 बजे हिंजवडी एमआईडीसी के आईटी पार्क फेज थ्री में घटी. मृतकों के नाम सागर आयप्पा माशालकर (उम्र 20 वर्ष), सागर कुपु पारंडेकर (उम्र 19 वर्ष) और राजू कुपु पारंडेकर (उम्र 35 वर्ष, तीनों नि. बिजलीनगर, चिंचवड़) है. जबकि इस घटना में सुधाकर तलवार नामक कामगार गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं.

हिंजवड़ी पुलिस स्टेशन के पुलिस सब-इंस्पेक्टर अजय जोगदंड से मिली जानकारी के अनुसार हिंजवड़ी फेज थ्री में गणेशनगर से भोईरवाड़ी के बीच स्ट्रीट लाइट लगाने का काम चल रहा है. महावितरण ने इस काम का ठेका एक कॉन्ट्रैक्टर को दिया है. उसी कॉन्ट्रैक्टर के पास ये चारों काम करते थे. भोईर वाड़ी के जय गणेश कॉलोनी के श्मशान भूमि की तरफ जाने वाली सड़क में स्ट्रीट लाइट लगाने का काम ये कामगार कर रहे थे.

काम के दौरान इलेक्ट्रीक सप्लाई वाले विद्यूत वायर का उन्हें ध्यान नहीं रहा. ऐसे में रोलर सीढ़ी बैलेंस बिगड़ा और उसका स्पर्श वायर से हो गया. कामगारों को करंट को जोरदार झटका लगा. इस घटना में तीन कामगारों की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि सुधाकर तलवार जख्मी हो गए. दुर्घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर पुलिस इंस्पेक्टर अजय जोगदंड, पुलिस सब-इंस्पेक्टर कविता रूपनर, पुलिस हवलदार दीपक परकाले, शंकर उतेकर, विनोद मोहिते पहुंच और तत्काल घटनास्थल का पंचनामा करके जख्मी को इलाज के लिए औंध स्थित सर्वोपचार हॉस्पिटल में भर्ती कराया. फायर बिग्रेड के जवानों ने तुरंत बिजली सप्लाई बंद करके वायर से चिपके शवों को किनारे किया.

 ठेकेदार जिम्मेदार :  भारत पवार

इस संबंध में महावितरण प्रादेशिक कार्यालय उपमुख्य जनसंपर्क अधिकारी भारत पवार ने कहा कि हिंजवड़ी एमआईडीसी के कॉन्ट्रैक्टर द्वारा सुरक्षा को लेकर सावधानी नहीं बरते जाने की वजह से यह दुर्भाग्यूपर्ण घटना घटी है. एमआईडीसी ने हमें किसी भी तरह से विद्युत कार्य से जुड़ी जानकारी नहीं दी थी. इसी वजह से बिजली सप्लाई जारी थी.

हिंजवड़ी एमआईडीसी के फेज 3 में सीढ़ी लगाकर कामगार काम कर रहे थे. इसी दौरान सीढ़ी का संतुलन बिगड़ा और वह विद्युत प्रवाह वाले वायर पर गिर गया. इस घटना में तीन कामगारों की मौके पर ही मौत हो गई. एमआईडीसी ने हमें कार्य को लेकर कोई जानकारी दी होती तो विद्युत सप्लाई बंद रखा गया होता. लेकिन बगैर कोई जानकारी दिए कॉन्ट्रैक्टर द्वारा सुरक्षा को लेकर जो सावधानी बरतने की उम्मीद थी वह नहीं बरती. इसी वजह से यह घटना घटी है.