सभागृह नेता की कूटनीति; विरोधियों से ही पेश कराया स्थगन प्रस्ताव!

पिंपरी। पुणे समाचार ऑनलाइन

 

सर्व साधारण सभा स्थगन की बात नई नहीं है। बुधवार को बीते व जारी माह की दोनों सभाएं फिर स्थगित की गई। हांलाकि आज के स्थगन प्रस्ताव में पिंपरी चिंचवड़ मनपा के सभागृह नेता एकनाथ पवार ने अपनी कूटनीति का परिचय देकर सभी को चौंका दिया। सभा स्थगन पर उंगली उठाने वाले विपक्षी दलों के नेताओं से ही स्थगन प्रस्ताव पेश करवाकर उन्होंने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। आज सभा स्थगित किये जाने के बाद से सभागृह नेता की कूटनीति की चर्चा जोरशोर में रही।

सत्ता परिवर्तन के बाद भी सभा स्थगित रखने की परंपरा को नए सत्तादल भाजपा ने भी कायम रखा है। मनपा में सत्ता परिवर्तन के सवा सालों में 20 बार सभा स्थगित करने का नया रिकॉर्ड दर्ज किया है। बुधवार को मई माह की सर्व साधारण सभा तीन बार स्थगित की गई। इसके साथ ही जारी जून माह की सभा भी स्थगित की गई। पहली सभा राष्ट्रसंत भय्यू महाराज और दूसरी सभा जम्मू कश्मीर में आतंकी हमले में मारे गए सेना के जवान को श्रद्धांजलि अर्पित कर सभा स्थगित की गई।

इसमें चौंकाने वाली बात यह रही कि, एक स्थगन प्रस्ताव शिवसेना के गुटनेता राहुल कलाटे और दूसरा प्रस्ताव विपक्षी दल के नेता दत्ता साने ने पेश किया। ये दोनों वही नेता है जिन्होंने पिछली बार सर्व साधारण सभा के स्थगन पर उंगली उठाई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस सभा के पटल पर अवैध निर्माण कार्यों से जुड़े सवाल- जवाब और पार्किंग पॉलिसी के प्रस्ताव पर सत्तादल कतरा रहा है, इसलिए सभा स्थगन की चाल चली जा रही है। तब उनके आरोपों को सिरे से नाकारनेवाले सभागृह नेता एकनाथ पवार ने आज पुनः सभा स्थगित करने के दौरान विपक्षी दलों के नेताओं से ही स्थगन प्रस्ताव पेश कराने की सफल चाल चली है।