बैंकिंग इतिहास में देश की इस राष्ट्रीय बैंक को सबसे बड़ा घाटा

नई दिल्ली। समाचार ऑनलाइन – सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे बड़े पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) को चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर की तिमाही में 4,532.35 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। यह भारतीय बैंकिंग इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा नुकसान है। एक साल पहले इसी तिमाही में बैंक को 560.58 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। पीएनबी के मुताबिक आलोच्य अवधि फंसे कर्जो (एनपीए) के लिए लिए ज्यादा प्रोविजनिंग करने की वजह से उसके बैलेंस शीट में नुकसान दिख रहा है। जुलाई-सितंबर की अवधि में एनपीए के लिए 7,733.27 करोड़ रुपये की प्रोविजनिंग की गई है। अप्रैल-जून की तिमाही में यह 4,982 करोड़ रुपये रही थी।
पीएनबी लगातार तीसरी तिमाही के दौरान घाटे में रहा है। इस साल जून की तिमाही में 940 करोड़ रुपये का जबकि जनवरी-मार्च में 13,417 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। इस दौरान पीएनबी की आय में भी कमी आई है। जुलाई-सितंबर में इसकी कुल आय 14035.88 करोड़ रुपए रही, जबकि पिछले साल की इसी तिमाही में इसे 14205.31 करोड़ रुपये की आय हुई थी। पिछले साल पीएनबी घोटाले की वजह से भी काफी चर्चित हुआ। इसमें हुआ 11400 हजार करोड़ का घोटाला देश का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला माना जाता है। इसका मुख्य आरोपी नीरव मोदी है जो देश छोड़कर भाग गया है। पीएनबी के इस घोटाले में नीरव मोदी के मामा मेहुल चौकसी भी शामिल हैं। धोखाधड़ी के इस मामले में प्रवर्तन निदेशालय -ईडी- नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ जांच कर रहा है।
हाल में चोकसी के एंटीगा और बरबुडा में होने की बात सामने आई थी। उल्लेखनीय है कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी का यह फर्जीवाड़ा सात साल तक चलता रहा, लेकिन रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय को इसकी भनक तक नहीं लगी। इस घोटाले में बैंक के कई कर्मचारी भी शामिल थे जिनपर कार्रवाई की जा रही है। देश छोड़कर भाग चुके शराब कारोबारी विज माल्या ने भी पीएनबी को चूना लगया है। देश के 17 बैंकों  9432 मार कर विदेश जा बैठे माल्या ने सबसे ज्यादा 1600 करोड़ रुपये का चूना एसबीआई को लगाया है। इसके बाद 800 करोड़ रुपये के साथ पीएनबी का ही स्थान है। माल्या इस समय लंदन में रह रहा है और भारत सरकार उनके प्रत्यर्पण के लिए कोशिश कर रही है।