पति ने पत्नी से मांगा तलाक, कहा- मासिक धर्म में निभाई थी शादी की रस्में, जो गंवारा नहीं 

वडोदरा. ऑनलाइन टीम : पारंपरिक रूढ़िवादिता का यह मामला चौंकानेवाला है। गुजरात के एक शख्स ने अपनी पत्नी से इस आधार पर तलाक मांगा है कि शादी के दिन उसे मासिक धर्म हो रहा था, लेकिन उसने यह बात किसी को नहीं बताई और इसी स्थिति में शादी की सभी पवित्र रस्में अदा की, जो उसे गंवारा नहीं।

वडोदरा के पूर्वी हिस्से में रहने वाले शख्स का कहना है कि उसकी मां और उसको जब पता चला कि उसकी पत्नी ने विश्वासघात किया है तो वे हैरान हुए। अपनी तलाक की याचिका में, पति ने दावा किया कि शादी के बाद जब मंदिर जाने की बारी आई तब उसने पति की मां को अपने मासिक धर्म के बारे में बताया।

इस जोड़े की शादी इसी साल जनवरी के आखिरी सप्ताह में हुई थी। युवक एक निजी कंपनी में काम करता है जबकि उसकी पत्नी पेशे से टीचर है। हालांकि यह आरोप कानूनी आड़ मं लगाए जाने का जिक्र है, क्योंकि शादी के बाद से उनमें अनबन रही। खुद पति की मानें तो एक दिन वह घर की छत पर टहल रहा था। उसकी पत्नी आई और उससे रुपये मांगे। उसने पत्नी से कहा कि उसे वेतन नहीं मिला है तो वह गुस्सा हो गई। पति ने आरोप लगाया कि पत्नी ने उससे कहा कि अगर पहली बार वह दस दूसरे आदमियों के साथ सोई होती तो उसे सारी विलासिता की चीजें मिल जाती। यह सुनकर वह हैरान रह गया कि कोई महिला ऐसी बात कैसे कर रही है। इसलिए उसके चरित्र पर शक होने लगा। उसका कहना है कि इसका मतलब वह विलासिता पूरी करने के लिए किसी और के साथ भी सो सकती है।

आदमी ने दावा किया है कि वह अपने कानों पर विश्वास नहीं हुआ। हालांकि उसने फिर भी अपनी पत्नी से बात करने की कोशिश की। उसकी पत्नी ने छत से कूदकर जान देने की धमकी दी, वह डर गया। उसने किसी तरह उसे मनाया। उस व्यक्ति ने दावा किया है कि मई में अपने माता-पिता के घर जाने के बाद, उसे तलाक के लिए फाइल करने के लिए मजबूर किया। उसने बापोड़ पुलिस स्टेशन में उसके और उसके परिवार के खिलाफ झूठी शिकायतें दीं।