मैं खुद की जांच की मांग करता हूँ, राणा मामले में अरविंद सावंत की लोकसभा में मांग

नई दिल्ली : सचिन वाझे मामले में परमबीर सिंग द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र की चर्चा देश के कोने-कोने में हो रही है। इस मामले पर लोकसभा में बोलते हुए सांसद नवनीत राणा आक्रामक हो गई। इसके बाद नवनीत राणा ने आरोप लगाया कि सांसद अरविंद सावंत ने धमकाया है। इस पर अब अरविंद सावंत ने लोकसभा में उत्तर दिया है, साथ ही इस मामले के जांच की मांग की है।  

मैंने अपने जीवन के 50 वर्ष सार्वजिंक क्षेत्रो में बिताया है, इसमे से 25 वर्ष मैंने संसदीय क्षेत्र में काम किए हैं। इसलिए संसद की मर्यादा, भाषा की मर्यादा का मैं हमेशा से पालन करते हुए आया हूँ। शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे का शिवसैनिक आपके सामने खड़ा है। मैंने अपने जीवन में कभी भी किसी का अपमान नहीं किया है। किसी के लिए भी अपमानित शब्द का प्रयोग नहीं किया है। इसलिए अब मामले में अब मैं खुद ही जांच की मांग कर रहा हूँ।

जो पत्र महोदया को लिखा गया है, वो पत्र सोशल मीडिया पर आने के बाद मैं दो दिनो से देश में बदनाम हो रहा हूँ। महिला का अपमान करने की वजह से मैं बदनाम हुआ हूँ। इसलिए आप सीसीटीवी जांचे, पत्र में लिखी गई भाषा की भी जांच करे। आप मेरा इतिहास जांच ले और जिन्होने आरोप लगाया है उसका भी इतिहास जांच ले। मैंने जीवन में कभी भी किसी का अपमान नहीं किया है। ऐसा कहते हुए सावंत ने अपना पक्ष रखा। इससे पहले उन्होंने स्पष्टीकरण भी दिया था।

इससे पहले अरविंद सावंत का स्पष्टीकरण

मैंने आज तक किसी को धमकी नहीं दी है। महिला को धमकाने का प्रश्न ही नहीं उठता है। मैं शिवसैनिक हूँ। मैं ऐसा कभी कर ही नहीं सकता हूँ। नवनीत राणा जब भी संसद में मिलती है तो मुझे दादा भैया कह कर बुलाती है। मैं कई बार उनसे बात करता हूँ। कई बातो के बारे में उन्हे समझाता हूँ। लेकिन धमकी देने का सवाल ही नहीं है। पिछले 1 वर्ष का लोकसभा में उनके भाषण को देखें। महाराष्ट्र सरकार व शिवसेना के खिलाफ उनके बोलने का तरीका देखें, उनके शब्दों को देखे तो आपको पता चलेगा।

मेरे ऊपर भी लगाए आरोप- संजय राउत

नवनीत राणा द्वारा लगाए गए आरोप पर संजय राउत ने कहा कि इसे गंभीर आरोप नहीं कहते हैं। उस महिला ने मेरे ऊपर भी आरोप लगाया था। ऐसा कहते हुए संजय राउत ने नवनीत राणा पर निशाना साधा।